पश्चिम बंगाल में सात विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर चुनाव आयोग सक्रिय हो गया है। आयोग ने पत्र लिखकर राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस और अन्य राजनीतिक दलों से कोरोना संकट के बीच राज्य में उपचुनाव कराने पर राय मांगी है। आयोग ने 30 अगस्त से पहले जवाब देने को कहा गया है।
चुनाव आयोग से मिल चुके हैं तृणमूल के प्रतिनिधि
दरअसल, नंदीग्राम से चुनाव हारने के बावजूद ममता बनर्जी ने मुख्यमंत्री पद संभाला है। अब उन्हें छह महीने के भीतर किसी न किसी विधानसभा से जीतना अनिवार्य है। इसलिए जल्द उपचुनाव की मांग पर तृणमूल के प्रतिनिधि दो बार चुनाव आयोग से मिल चुके हैं। आयोग ने इसके लिए ईवीएम की टेस्टिंग भी शुरू कर दी थी। अब राजनीतिक दलों से पूछा गया है कि किस तरह से चुनाव कराया जा सकता है।
यह भी पढ़ें: बीजेपी के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करने में जुटी कांग्रेस, सोनिया गांधी ने बनाया मास्टर प्लान
उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल विधानसभा की खड़दह, समशेरगंज, जंगीपुर, शांतिपुर, भवानीपुर, दिनहाटा और गोसाबा विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है। हाल में ममता बनर्जी के मंत्री शोभनदेव चट्टोपाध्याय ने भवानीपुर विधानसभा सीट के विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है। नंदीग्राम में पराजित होने के बाद ममता बनर्जी अब भवानीपुर से उपचुनाव लड़ने की तैयारी कर रही हैं।