सरकार भ्र्ष्टाचार रोकने की कितनी भी कवायद कर ले लेकिन सब कुछ फेल ही नज़र आता है। हम बात कर रहें है जनपद में आये दिन हो रहे घोटाले की। ताज़ा मामला जनपद प्रयागराज के तहसील हंडिया के गांव रस्तीपुर का है जहाँ पूर्व ग्राम प्रधान व ग्राम पंचायत अधिकारी ने मिलीभगत करके कई लाखों रूपये का गबन कर लिया है। बता दें कि ग्राम रस्तीपुर के पूर्व में प्रधान रहें सतीश चंद्र पांडेय ने ग्राम पंचायत अधिकारी से मिलकर गांव में विकाश कार्य के नाम पर लाखों रूपये गबन कर लिया है। इसका खुलासा तब हुआ जब गांव के ही रहने वाले एक व्यक्ति ने सीएम हेल्प लाइन नंबर 1076 पर कॉल किया और जाँच की गुहार लगायी।
गांव के अंदर नाली खड़ंजा समेत व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के नाम पर पिछले पांच सालों में 50 लाख से अधिक रूपये का घोटाला कर डाला। रस्तीपुर ग्राम के लिए वित्तीय वर्ष 2020-21 के दौरान कुल 26 कार्यों का अनुमोदन( अनुमानित लागत 1करोड़ 10 लाख ) सरकार द्वारा पारित हुआ जिसमें 15 लोक – कार्य( अनुमानित लागत 89लाख 21हजार) जारी दिखाया गया है ।परंतु वर्तमान में उपयुक्त लोग कार्यों में से अधिकतम कार्य भूमि पर वास्तव में है ही नहीं ।
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ऑपरेशन कायाकल्प के तहत प्राथमिक विद्यालय रस्तीपुर में कोई भी कार्य जैसे की बाउंड्री वॉल गेट मार्ग में भोजनालय आदि के निर्माण का कार्य बिल्कुल ही नहीं हुआ है ।और अभी तक वर्तमान में विद्यालय के कमरे की छत जर्जर अवस्था में है । रस्तीपुर ग्राम सभा में अभी तक ना कोई गौशाला का निर्माण हुआ है और ना ही किसी गौशाला के निर्माण का कार्य चल रहा है प्रधानमंत्री के द्वारा चलाए जा रहे स्वच्छ भारत अभियान के तहत ग्राम सभा में अभी तक शौचालय का निर्माण भी नहीं हुआ है। हालाँकि अभी तक इस मामले में प्रयागराज के डीएम साहब मौन है ,इतना बड़ा घोटाला होने के बाद भी उनकी तरफ से प्रधान पर कोई भी करवाई नहीं हुई है।