हिमाचल प्रदेश की जयराम ठाकुर सरकार टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक विजेता भारतीय हॉकी टीम के खिलाड़ी वरुण कुमार को एक करोड़ रुपये देगी। वरुण कुमार हिमाचल प्रदेश के चंबा जिला के डलहौजी उपमंडल के मूल निवासी हैं और वर्तमान में उनका परिवार आजीविका के मकसद से पंजाब के जालंधर में रह रहा है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शुक्रवार को प्रदेश विधानसभा में वरुण कुमार को एक करोड़ का नकद पुरस्कार देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने वरुण कुमार को उनकी योग्यता के अनुसार पुलिस विभाग में उपपुलिस अधीक्षक के पद पर नियुक्त करने का भी ऐलान किया।
सदन में एक वक्तव्य के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि ये गर्व का विषय है कि भारत की पुरुष हॉकी टीम ने 41 साल बाद टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक हासिल किया है। उन्होंने कहा कि पदक विजेता पुरुष हाकी टीम के खिलाड़ी वरुण कुमार हिमाचल प्रदेश के चंबा जिला के डलहौजी से हैं। वरुण कुमार का परिवार आजीविका अर्जन के लिए पंजाब के जालंधर में रहता है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि नियमानुसार ओलंपिक में स्वर्ण पदक हासिल करने वाले को दो करोड़, रजत पदक को एक करोड़ और कांस्य पदक को 50 लाख रुपये के नकद पुरस्कार का प्रावधान है, लेकिन हमारी सरकार ने नियमों में बदलाव कर स्वर्ण पदक विजेता को दो करोड़, रजत पदक विजेता को एक करोड़ 20 लाख रुपये और कांस्य पदक विजेता को एक करोड़ रुपये का प्रावधान किया है।
खेल मंत्री राकेश पठानिया ने इस घोषणा के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में हॉकी खेल को तवज्जो देने के लिए कांगड़ा जिला में एक हॉकी अकादमी को खोलकर वरुण कुमार की सेवाएं ली जाएंगी।
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डलहौजी की विधायक आशा कुमारी ने वरुण कुमार को एक करोड़ के नकद पुरस्कार और उपपुलिस अधीक्षक की नौकरी की घोषणा पर मुख्यमंत्री का स्वागत किया। उन्होंने सदन को अवगत करवाया कि वरुण कुमार गद्दी समुदाय से संबंध रखते हैं और वो विश्व जूनियर हॉकी चैंपियनशिप जीतने वाली टीम में मैन ऑफ द मैच का खिताब अपने नाम कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल के हॉकी खिलाड़ियों को प्रशिक्षण के लिए पंजाब का रूख करना पड़ता है। उन्होंने खेल गतिविधियों को विकसित करने के लिए चंबा जिला में खेल परिसर का निर्माण करने का प्रदेश सरकार से आग्रह किया है।