मोदी सरकार द्वारा बनाए गए कृषि कानूनों के खिलाफ शुरू हुआ आंदोलन अब दिल्ली में संसद भवन के पास तक पहुंच गया है। दरअसल, संसद भवन का घेराव करने की जिद पर अड़े किसान गुरूवार से जंतर मंतर पर नौ अगस्त तक प्रदर्शन करेंगे। हालांकि इन्हें संसद तक पहुंचने की इजाजत नहीं दी गई। पुलिस के अनुसार, कुल 200 किसानों को दिल्ली में शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने की छूट दी गई है। यह सभी किसान पांच-पांच के ग्रुप में होंगे और हर एक किसान के पास आधार कार्ड और किसान मोर्चा द्वारा जारी किया गया कार्ड होगा। किसान सुबह 11:30 बजे दिल्ली के जंतर मंतर पहुंचेंगे। इसके लिए इंतजाम किए जा रहे हैं।
किसान पंचायत का नया नाम किसान संसद रखा गया
वहीं, राकेश टिकैत ने बताया कि कुल 200 किसान जंतर मंतर पर होने वाली किसान संसद में शामिल होंगे। वह खुद भी पहले गाजीपुर बॉर्डर से सिंघु बॉर्डर पहुंचेंगे। वहां से जंतर-मंतर जाने के लिए बसें खड़ी हुई हैं। उनके साथ कुल नौ लोग गाजीपुर बॉर्डर से जंतर मंतर आयेंगे। जंतर-मंतर पर किसान पंचायत होगी, जिसका नाम किसान संसद रखा गया है।
यह है पुलिस की सुरक्षा
किसान प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली के तीनों बॉर्डर के पास दिल्ली पुलिस ने अपनी सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है। दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, तीनों बॉर्डर के अलावा आईटीओ, लाल किला,सहित अन्य इलाकों में भी सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गाजीपुर बॉर्डर के आसपास सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है और यहां छह लेयर की बैरिकेडिंग की गई है।
सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम
26 जनवरी को लाल किले पर ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा को ध्यान में रखते हुए दिल्ली पुलिस ने गुरुवार से जंतर-मंतर पर होने वाले प्रदर्शन को देखते हुए सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए हैं। पुलिस मुख्यालय के डीसीपी की तरफ से जारी एक आदेश में सभी पुलिसकर्मियों को यह निर्देश दिए गए हैं कि मंगलवार 22 जुलाई को ड्यूटी पर मौजूद सभी पुलिसकर्मी सुबह आठ बजे अपनी खाकी वर्दी के साथ आएंगे।
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पुलिस मुख्यालय की तरफ से जारी आदेश में इस बात का भी जिक्र है कि छुट्टी पर मौजूद पुलिसकर्मियों को भी बारी-बारी आना होगा और आपात स्थिति में उन्हें एक घंटे के अंदर पुलिस मुख्यालय में रिपोर्ट करना होगा। इसके साथ ही दिल्ली पुलिस की सिक्योरिटी यूनिट में तैनात सभी पुलिसकर्मी और अधिकारियों को भी निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी हाल में उनके निजी और ऑफिशियल मोबाइल नंबर ऑफ नहीं होंगे। यह दोनों नंबर पूरी तरह से चालू रहेंगे और उन्हें हर कॉल का जवाब देना होगा।
एंटी रायट गियर का वितरण किया गया
इसके अलावा इक्विपमेंट स्टोर के इंचार्ज को भी यह निर्देश दिया गया है कि उनके सभी स्टाफ मौजूद रहेंगे, ताकि पुलिसकर्मियों के बीच एंटी रायट गियर का वितरण किया जा सके। इसके अलावा सभी पीएसओ को भी यह निर्देश दिए गए हैं कि कि वो पुलिसकर्मियों को पार्लियामेंट स्ट्रीट थाने तक पहुंचाने के लिए गाड़ियों की व्यवस्था करेंगे। इसके साथ ही पुलिसकर्मियों की दो कंपनी (200 जवान) एंटी रायट गियर के साथ स्टैंडबाई मोड पर रहेंगे और जरूरत पड़ने पर उन्हें कहीं भी बुलाया जा सकता है।