उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को बीजेपी हाईकमान द्वारा दिल्ली बुलाए जाने के बाद बड़ा फेरबदल देखने को मिला था। इसी कड़ी में इस बार कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को दिल्ली बुलाया गया है। येदियुरप्पा को मिले इस बुलावे के बाद सियासत के सागर में कयासों की लहरे हिलोरे मारती नजर आ रही है। आज शाम को येदियुरप्पा बजे पे राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाक़ात करेंगे।
येदियुरप्पा ने नकारा मंत्रिमंडल में फेरबदल की बात
दरअसल, इस बुलावे के बाद येदियुरप्पा मंत्रिमंडल में बड़ा फेरबदल किये जाने के कयास लगाए जा रहे हैं। हालांकि, बीते दिन येदियुरप्पा ने मंत्रिमंडल में किसी भी तरह के बदलाव की बात को नकार दिया था।
बीते दिन बीएस येदियुरप्पा ने कहा था कि उनके मंत्रिमंडल के पुनर्गठन का कोई प्रस्ताव नहीं है। इस संबंध में कोई भी निर्णय, भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय नेताओं के साथ दिल्ली में उनकी मुलाकात के बाद लिया जाएगा। राज्य के विकास, सिंचाई परियोजनाओं और अन्य मुद्दों पर प्रधानमंत्री से बातचीत करने और कई केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात करने के लिए मैं दिल्ली जा रहा हूं।
मंत्रिमंडल पुनर्गठन के बाबत पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मेरे सामने ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है, (दिल्ली में) चर्चा के बाद देखते हैं। मंत्रिपरिषद में संभावित फेरबदल की अटकलों के बीच येदियुरप्पा ने कहा कि ऐसी कोई चर्चा नहीं हुई है। प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष नलिन कुमार कटील ने बुधवार को कहा था कि यह मुख्यमंत्री के विवेक पर निर्भर करता है।
यह भी पढ़ें: तालिबान-अफगानिस्तान की जंग के बीच भारतीय पत्रकार की हत्या, राजदूत ने जताया दुख
प्रधानमंत्री और संबंधित मंत्रियों के साथ प्रस्तावित बैठक में मुख्यमंत्री, कावेरी नदी पर मेकेदातु परियोजना के लिए केंद्र सरकार की मंजूरी की मांग कर सकते हैं। पड़ोसी राज्य तमिलनाडु इस परियोजना का विरोध कर रहा है। प्रधानमंत्री से भेंट करने पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए येदियुरप्पा ने कहा था कि उन्होंने (प्रधानमंत्री) मुलाकात करने और समय देने को कहा है। इसलिए सबसे मुलाकात करने के बाद मैं शनिवार को वापस आ जाऊंगा।