महाराष्ट्र के पुणे के भोसरी एमआईडीसी जमीन घोटाले मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दामाद को गिरफ्तार करते के बाद अब राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) नेता एकनाथ खडसे से गुरुवार को पूछताछ शुरू कर दिया है। एकनाथ खडसे ईडी कार्यालय में जाने से पहले पत्रकारों से कहा कि ईडी की पूछताछ उन्हें व उनके परिवार को परेशान करने के लिए की जा रही है।
ईडी के सामने हाजिर हुए एकनाथ खडसे
जानकारी के अनुसार 2016 में राजस्व मंत्री रहते हुए एकनाथ खडसे ने पुणे में भोसरी एमआईडीसी की 03 एकड़ जमीन उनकी बेटी मंदाकिनी व दामाद गिरीश चौधरी ने 03.75 करोड़ रुपये में खरीदा था और इसके लिए एक करोड़ रुपये स्टांप ड्युटी भी भरा था।
इस जमीन व्यवहार में अनियमतिता बरते जाने व पद का दुरुपयोग करने का आरोप सामाजिक कार्यकर्ता अंजलि दमानिया ने लगाया था। इसके बाद जून 2016 में एकनाथ खडसे ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। इस मामले में ईडी मनी लॉड्रिंग ऐंगल से छानबीन कर रही है।
इस मामले में ईडी ने एकनाथ खडसे के दामाद गिरीश चौधरी को मंगलवार को 13 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था और बुधवार को विशेष कोर्ट ने गिरीश चौधरी को 12 जुलाई तक ईडी की कस्टडी में भेज दिया था। इसके बाद बुधवार को देर रात ईडी ने एकनाथ खडसे को समन जारी किया था। इसी समन के आधार पर आज तय समय पर एकनाथ खडसे ईडी दफ्तर पहुंचे हैं और उनसे ईडी की टीम पूछताछ कर रही है।
एकनाथ खडसे ने ईडी दफ्तर में जाने से पहले पत्रकारों को बताया कि भारतीय जनता पार्टी छोड़कर जब से वे एनसीपी में आए हैं, इस मामले की छानबीन की जाने लगी है। छानबीन के नाम पर उन्हें व उनके परिवार को नाहक परेशान किया जा रहा है। खडसे ने बताया कि पुणे स्थित भोसरी एमआईडीसी की जिस जमीन के बारे में पूछताछ की जा रही है, वह जमीन एमआईडीसी ने अधिग्रहित नहीं किया था। उस जमीन का व्यवहार निजी तरीके पर किया गया था।
यह भी पढ़ें: मोदी के कैबिनेट विस्तार में 7 के हुए प्रमोशन, शामिल किये गए 36 नए चेहरे, देखें विस्तृत जानकारी
इस मामले में अब तक विभिन्न एजेंसियां उनसे 06 बार पूछताछ कर चुकी हैं। ईडी भी इस मामले में इससे पहले दो बार पूछताछ कर चुकी है। एक सप्ताह पहले से ही आज होने वाली पूछताछ के बारे में सोशल मीडिया में पोस्ट वायरल हो रहे थे। एकनाथ खडसे ने कहा कि ईडी की कार्रवाई राजनीतिक साजिश का हिस्सा है और वे उसका सामना करेंगे।