लोकतंत्र सेनानी संघ ने राष्ट्रपति से की बड़ी मांग, मुश्किल में फंसी बंगाल की ममता सरकार

मध्य प्रदेश में लोकतंत्र सेनानी संघ ने पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ ममता सरकार के खिलाफ बड़ा कदम उठाया है। दरअसल, लोकतंत्र सेनानी संघ ने ममता सरकार को भंग किए जाने की मांग की है। इस मांग के साथ ही संघ ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन कलेक्टर को सौंपा है।

संघ ने ममता सरकार पर लगाए गंभीर आरोप

संघ के प्रदेश अध्यक्ष तपन भौमिक के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को राष्ट्रपति के नाम संबोधित एक ज्ञापन कलेक्टर अविनाश लवानिया को सौंपा।

लोकतंत्र सेनानी संघ ने ज्ञापन में कहा है कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा चुनाव के पूर्व और बाद में सैकड़ों भाजपा समर्थकों की हत्या की गयी। अनेक सामाजिक और राजनैतिक महिला कार्यकर्ताओं के साथ बलात्कार किए गए। विपक्षी राजनैतिक दलों के कार्यकर्ताओं की दुकानों और मकानों को नष्ट कर जला दिया गया। यह सब सत्तारूढ़ दल के इशारे पर किया जा रहा है। प्रशासन पूरी तरह से चरमरा गया है। इसलिए राष्ट्रपति पश्चिम बंगाल की ममता सरकार को भंगकर राष्ट्रपति शासन लगाएं।

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कलेक्टर को ज्ञापन देने के अवसर पर कार्यकारी अध्यक्ष भरत चतुर्वेदी, महामंत्री सुरेन्द्र द्विवेदी, कोषाध्यक्ष संतोष शर्मा, कार्यालय मंत्री राजनारायण अग्निहोत्री, रामभुवन सिंह कुशवाह, सुरेश बिनोदे, दिलीप शर्मा, ओमप्रकाश गुप्ता, अश्विनी यादव, राजेश सिसौदिया, सत्यनारायण शर्मा और अन्य लोकतंत्र सेनानी उपस्थित थे।