सुशील पहलवान की वजह से मुश्किल में फंसे कई पुलिसकर्मी, सेल्फी बनी बड़ी मुसीबत

दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में हुए सागर धनखड़ हत्याकांड मामले में फंसे ओलम्पिक पदक विजेता पहलवान सुशील कुमार को बीते दिन मंडोली जेल से तिहाड़ जेल में शिफ्ट किया गया। इस दौरान पुलिसकर्मियों ने सुशील पहलवान के साथ जमकर सेल्फी ली। हालांकि अब यही सेल्फी पुलिसकर्मियों के लिए मुश्किल बन गए हैं। उनकी फोटो वायरल होने के बाद इस मामले में वरिष्ठ अधिकारियों ने जांच के आदेश दे दिए हैं। पुलिस का कहना है कि जांच रिपोर्ट के आधार पर इन पुलिसकर्मियों के खिलाफ एक्शन लिया जायेगा। सूत्रों की माने तो इसके लिए उन्हें निलंबित तक किया जा सकता है।

सुशील कुमार के साथ सेल्फी लेकर पुलिसकर्मियों ने उड़ाई कोरोना की धज्जियां

जानकारी के अनुसार, सुशील को पुलिस ने बीते 23 मई को सागर पहलवान हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया था। दो जून से वह मंडोली जेल में बंद था। शुक्रवार को सुशील को मंडोली जेल से तिहाड़ जेल शिफ्ट किया गया। उसे शिफ्ट करने के लिए जहां एक तरफ थर्ड बटालियन के पुलिसकर्मी गए थे, तो वहीं दूसरी तरफ स्पेशल सेल के जवानों को भी सुरक्षा के लिए भेजा गया था। स्पेशल सेल से जो टीम सुरक्षा के लिए भेजी गई थी, उसी टीम ने सुशील को गिरफ्तार भी किया था।

टीम ने सुशील पहलवान को तिहाड़ ले जाने के दौरान कोरोना के दिशानिर्देशों का उल्लंघन करते हुए सेल्फी ली। सेल्फी के दौरान आरोपित व पुलिसकर्मियों ने न तो मास्क पहना और न ही दो गज दूरी के नियम का पालन किया।  

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सूत्रों के अनुसार मंडोली जेल पहुंचने पर जेल प्रशासन द्वारा सुशील को इन पुलिस कर्मियों के हवाले किया गया, जिन्हें उसे तिहाड़ जेल में शिफ्ट करने की जिम्मेदारी दी गई थी। इसके बाद न केवल तीसरी बटालियन, बल्कि स्पेशल सेल के जवान भी सुशील के साथ फोटो सेशन कराने लगे। उन्होंने सुशील के साथ कई फोटो और सेल्फी ली। तस्वीरों में सुशील पहलवान भी काफी खुश नजर आ रहा है, वहीं यह तस्वीरें पुलिसकर्मियों ने अपने परिचितों को भेजीं जो कुछ ही समय में वायरल हो गईं।

दिल्ली पुलिस ने दिए जांच के आदेश

इस मामले में फोटो वायरल होने के बाद इसकी जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को भी मिली। हत्या के आरोपित सुशील पहलवान के साथ पुलिसकर्मियों द्वारा ली जा रही सेल्फी को लेकर पुलिस पर सवाल खड़े होने लगे। इसे ध्यान में रखते हुए वरिष्ठ अधिकारियों ने फिलहाल पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं। इस जांच में यह पता लगाया जाएगा कि इन लोगों ने आखिर क्यों यह फोटो खींची। इनके खिलाफ अगर पर्याप्त साक्ष्य मिलते हैं तो उनके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा।