महाराष्ट्र के बीते विधानसभा चुनाव में बहुमत हासिल करने के बावजूद मुख्यमंत्री पद के लिए हुई तकरार की वजह से शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) अलग हो चुके हैं। ऐसे में शिवसेना से अलग होने के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने सूबे में होने वाले चुनाव के लिए अब अलग रणनीति बनानी शुरू कर दी है। इसी क्रम में महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष औत पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नया ऐलान किया है।
फडणवीस ने किया बड़ा दावा
दरअसल, देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि बीजेपी राज्य में आगामी सभी चुनाव अपने बल पर ही लड़ेगी। बीजेपी राज्य में विपक्ष के रूप में आम जनता के मुद्दों को न्याय दे रही है, इसलिए बीजेपी को भारी बहुमत मिलेगा और सूबे में अगली सरकार बीजेपी की ही बनेगी।
देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को पत्रकारों से कहा कि शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक का पत्र उनके पार्टी अध्यक्ष के पास है। यह शिवसेना का आंतरिक मामला है। इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को ही निर्णय लेना है। शिवसेना के कई विधायकों का विचार भले ही इस तरह का हो सकता है, लेकिन बीजेपी अब किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करेगी। फडणवीस ने बताया कि बीजेपी आम जनता के बीच रहकर बेहतर काम कर रही है। इसलिए उसे हर स्तर पर जनसमर्थन मिल रहा है।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने भी कहा कि प्रताप सरनाईक ने अपने पत्र में उन्हें जो महसूस हुआ, वह लिखा है। इसपर निर्णय उनके पार्टी अध्यक्ष को करना है। बीजेपी में सभी काम लोकशाही पद्धति से किया जाता है। यहां निर्णय का अधिकार शीर्ष नेतृत्व को है।
उल्लेखनीय है कि शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर बीजेपी के साथ सम्बंधों को सुधारने की मांग की है। प्रताप सरनाईक ने अपने पत्र में कहा था कि कांग्रेस एवं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शिवसेना को कमजोर कर रही हैं। इसलिए अगर शिवसेना बीजेपी के साथ जाये तो नगरनिकाय चुनाव में शिवसेना को लाभ हो सकता है।