मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने मुलुंड इलाके में मध्यप्रदेश से आए लखन सिंह चौहान (21) को 10 पिस्तौल और कारतूस के साथ गिरफ्तार किया है। पुलिस ने युवक के पास से खरीदारों की सूची भी बरामद की है। लखन सिंह पिस्तौल बनाकर मध्यप्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र में बेचा करता था।
क्राइम ब्रांच ने पत्रकार वार्ता के दौरान दी जानकारी
क्राइम ब्रांच के उपायुक्त अकबर पठान ने शनिवार को पत्रकारों को बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि मुलुंड इलाके में एक शख्स इतने बड़े पैमाने पर हथियार लेकर आने वाला है। इस सूचना के आधार पर क्राइम ब्रांच की यूनिट-7 के इंचार्ज मनीष श्रीधनकर की एक टीम मुलुंड में निगरानी कर रही थी। घटनास्थल पर जैसे आरोपित लखन सिंह पहुंचा, पुलिस ने उसकी तलाशी ली और उसके पास से पिस्तौल मिलने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। चौहान के पास से 10 पिस्टल, 12 मैगजीन और अन्य सामग्री बरामद हुई है।
पठान ने बताया कि लखन सिंह मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले का रहने वाला है। उसके गांव के ज्यादातर लोग हथियार बनाने का काम करते हैं। लखन सिंह का मुख्य धंधा ही हथियार बनाना और अलग-अलग राज्यों में बेचना है। चौहान ने पूछताछ में बताया कि वो एक पिस्टल 30 हजार में बेचता था, जो कि बाकी दूसरे पिस्टल बनाने वालों से सस्ती और अच्छी क्वालिटी की है। इसी वजह से उसके पास ग्राहकों की लाइन लगती थी।
क्राइम ब्रांच के सूत्रों ने बताया कि वो हर महीने 100 से ज्यादा बंदूक बनाता था और उसे मध्यप्रदेश, गुजरात एवं महाराष्ट्र में बेचा करता था। पठान ने बताया कि चौहान के पास से पिस्तौल की खरीदारी करने वालों की सूची मिली है। इसके आधार पर छानबीन जारी है। अब तक की पूछताछ में पता चला है कि चौहान पिस्तौल बेचने के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट का सहारा लेता था।