उत्तराखंड की तीरथ सरकार के 100 दिन पूरे हो गए हैं। इन सौ दिनों में मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने जनहित में एक नहीं दर्जनों फैसले लिए और विकास कामों को गति देने का काम किया है।
तीरथ सिंह रावत ने किया संबोधित
मुख्यमंत्री रावत ने गुरुवार को कहा कि मुझे उत्तराखंड की देवतुल्य जनता की सेवा करने का अवसर प्राप्त हुआ है। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि मेरा प्रत्येक कार्य सिर्फ और सिर्फ जनहित से जुड़ा होगा जो उत्तराखंड को देश के अग्रणी राज्यों में एक बनाने हेतु संकल्पित होगा। सौ दिनों के पूरा होने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के कारण प्रदेश की अर्थव्यवस्था भी प्रभावित हुई है, जिससे राहत देने के लिए सरकार ने कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। मुझे विश्वास है कि आप सभी के सहयोग से हम उत्तराखंड को राज्य आंदोलनकारियों के सपनों का राज्य बनाने में सफल होंगे।
इसके अलावा मुख्यमंत्री ने जिन प्रमुख कार्यक्रमों की जानकारी दी है उनमें महालक्ष्मी किट, मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना प्रमुख हैं। वात्सल्य योजना के तहत कोरोना के कारण बच्चे के माता-पिता अथवा संरक्षक की मृत्यु होने पर 21 वर्ष की आयु तक तीन हजार रुपये प्रति माह, निशुल्क राशन व नवोदय विद्यालय में शिक्षा व उच्च शिक्षा की सुविधा दी जाएगी। अन्य व्यवस्थाओं के साथ उन्हें क्षैतिज आरक्षण भी दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने अन्य व्यवस्थाओं की भी चर्चा की है। उसके साथ ही साथ उन्होंने दिल्ली-रामनगर-कार्बेट ईको ट्रेन, टनकपुर-बागेश्वर-डोईवाला से गंगोत्री-यमुनोत्री रेल लाइन सर्वे, हरिद्वार-देहरादून रेल लाइन के दोहरीकरण के साथ कई अन्य योजनाओं की चर्चा की है।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के कार्यकाल में एक और उपलब्धि जुड़ गई है। वह उपलब्धि है भारत सरकार द्वारा रेंजर्स ग्राउंड को राज्य सरकार को देना। इसी प्रकार हरिद्वार में हेलीपैड बनाने के लिए बीएचईएल द्वारा चार एकड़ भूमि राज्य सरकार को दिये जाने की सरकार द्वारा सहमति दी गई है।
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कोरोना काल से जुड़े आंकड़े देते हुए मुख्यमंत्री की ओर से कहा गया है कि यह 100 दिन सेवा और समर्पण के रहे हैं जिसे वह पूरी तरह निभाने का प्रयास करेंगे।