गुजरात में अगले वर्ष विधानसभा चुनाव होना है। चुनाव की तैयारियों में राजनीतिक दलों की सरगर्मियां तेज हो गई हैं। इसी क्रम में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एक दिवसीय प्रवास पर अहमदाबाद पहुंचे और यहां भाजपा और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा और राज्य की 182 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया।
केजरीवाल ने भाजपा और कांग्रेस पर बोला हमला
सोमवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविंद केजरीवाल अहमदाबाद पहुंचे। आप कार्यकर्ताओं ने केजरीवाल का स्थानीय हवाईअड्डे पर उनका भव्य स्वागत किया। इस मौके पर आश्रम रोड स्थित वल्लभ सदन हवेली मंदिर में केजरीवाल ने पत्रकारों से वार्ता की। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भाजपा-कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि गुजरात की बदहाली के पीछे भाजपा-कांग्रेस का हाथ है। जब भाजपा को उनकी जरूरत थी, जब कांग्रेस ने माल की आपूर्ति की। दोनों पार्टियों के बीच 27 साल की दोस्ती है।
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस भाजपा की जेब में है। गुजरात में किसान आत्महत्या कर रहा है, सरकारी स्कूलों का है बुरा हाल है। कोरोना संकट में दोनों दलों ने मिलकर गुजरात के लोगों को अनाथ सा कर दिया। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में बिजली फ्री है तो गुजरात में बिजली महंगी क्यों है।
उन्होंने घोषणा की कि आम आदमी पार्टी गुजरात विधानसभा के 2022 के चुनाव में 182 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। गुजरात में बेरोजगार युवा, अच्छी शिक्षा का अभाव है और साथ-साथ सरकारी अस्पताल व स्कूल भी बदहाल है। गुजरात का मॉडल गुजरात में रहेगा। गुजरात के लोग अपना मॉडल खुद तैयार करेंगे।
केजरीवाल ने देश की आजादी और उसके बाद के निर्माण में गुजरातियों के योगदान की सराहना की। हालांकि इस बार उन्होंने रणनीतिक रूप से केवल सरदार वल्लभभाई पटेल का ही नाम लिया। उन्होंने महात्मा गांधी सहित किसी अन्य गुजराती नेता का नाम नहीं लिया। केजरीवाल ने कहा कि देश को आजादी दिलाने में सिर्फ गुजराती नेताओं का ही नहीं बल्कि गुजराती लोगों का भी अहम योगदान है। देश के स्वतंत्र होने के बाद, सरदार ने 500 से अधिक राज्यों को एकजुट करके सही मायने में देश को एकजुट किया। भारत आज सरदार के योगदान के बिना संभव नहीं होता।
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केजरीवाल ने नवरंगपुरा में पार्टी के क्षेत्रीय कार्यालय का उद्घाटन किया गया। कार्यालय में केजरीवाल के साथ गोपाल इटालिया और ईशुदान गढ़वी भी मौजूद थे। केजरीवाल से मिलने के लिए कार्यकर्ताओं की भीड़ उत्साहित दिखी। इस दौरान अफरा तफरी का माहौल बन गया। केजरीवाल के सुरक्षाकर्मियों और कार्यकर्ताओं के बीच झड़पें भी हुईं। इस दौरान कोरोना नियमावली का पालन होता नहीं दिखा।