बीजेपी एमएलसी टुन्ना पांडेय को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ विवादित बयान देना काफी महंगा पड़ा है। दरअसल, बीजेपी की अनुशासन कमेटी ने अपनी ही पार्टी के एमएलसी के खिलाफ नोटिस जारी किया है। अनुशासन कमेटी ने यह कदम बीजेपी एमएलसी द्वारा नीतीश कुमार पर किये जा रहे हमलों को देखते हुए लिया है।
बीजेपी एमएलसी के खिलाफ की बड़ी कार्रवाई
एक न्यूज पोर्टल से मिली जानकारी के अनुसार, बीजेपी अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि बीजेपी की अनुशासन कमेटी ने टुन्ना जी पांडेय को नोटिस भेज जवाब मांगा है। जवाब से संतुष्ट नहीं होने पर कार्रवाई भी होगी।
दरअसल, सिवान से बीजेपी एमएलसी टुन्ना पांडेय बीते कुछ दिनों से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ लगातार विवादित बयान दे रहे हैं। उनके इन बयानों पर जेडीयू के नेताओं ने नाराजगी जाहिर की थी और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष से उनकी शिकायत भी की थी।
बीजेपी एमएलसी टुन्ना पांडेय ने बीते बुधवार को मीडिया से बातचीत के दौरान कहा था कि नीतीश कुमार साल 2009 के शराब घोटालेबाज हैं। ऐसे में मैं बहुत जल्द उन्हें जेल भिजवाऊंगा। उन्होंने कहा कि शहाबुद्दीन ने पहले ही कहा था कि नीतीश कुमार परिस्थितियों के मुख्यमंत्री हैं। अब मैं भी इस बात को दोहराता हूं।
बीजेपी में रहकर नीतीश कुमार के खिलाफ बोलने के संबंध में उन्होंने कहा था कि उन्हें किसी से डर नहीं लगता। गलत होने पर वे किसी के भी खिलाफ बोल सकते हैं। उन्होंने यहां तक कह दिया था कि बहुत जल्द नीतीश कुमार की पोल खोलने वाले हैं, जिससे उनके पैर के नीचे की जमीन खिसक जाएगी।
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टुन्ना की बयानबाजी पर JDU संसदीय बोर्ड़ के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने बीते दिन नाराजगी व्यक्त की। उपेन्द्र कुशवाहा ने ट्वीटर पर बिहार भाजपा के अध्यक्ष संजय जायसवाल को टैग कर लिखा कि यह बयान आप तक भी पहुंच ही रहा होगा, संजय जायसवाल जी। ऐसा बयान अगर किसी जद(यू) के नेता ने भाजपा या उसके किसी नेता के बारे में दिया होता तो……अबतक………!