ज्योतिष की दृष्टि से साल 2021 अत्यंत महत्वपूर्ण है। जबकि कल से शुरु होने वाला मई का महीना ज्योतिष और ग्रहों की दृष्टि से बहुत ही खास है। इस महीने में शुक्र, बुध और सूर्य राशि परिवर्तन करेंगे। इसके साथ ही शनि अपनी मकर राशि में, राहु वृषभ राशि में और केतु वृश्चिक राशि में गोचर करते हुए सभी राशियों को प्रभावित करेंगे। मंगल ग्रह मिथुन राशि में बने रहेंगे और चंद्रमा हर सवा दो दिन के बाद अपनी चाल बदलते रहते हैं।
वैदिक ज्योतिष के सिद्धांत के अनुसार, मनुष्य के जीवन में जो भी घटनाएं घटित होती हैं। उनका कारण ग्रहीय दशा, गोचर, उनकी चाल है। सौरमंडल में बैठे ग्रह ही यह निर्धारित करते हैं कि आने वाला समय कैसा होगा और मनुष्य जीवन पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा। मई का महीना ग्रहों के लिहाज से भारी फेरबदल वाला साबित होगा। ज्योतिषीय गणना और हिंदू पंचांग के अनुसार मई के महीने में सूर्य, शुक्र, बुध की स्थितियों में बदलाव होगा।
01 मई 2021, दिन शनिवार को बुध वृषभ राशि में, 04 मई को शुक्र का वृषभ में प्रवेश और 14 मई को सूर्य राशि में चले जाएंगे। वहीं ग्रहों-नक्षत्रों के राशि परिवर्तन का सीधा प्रभाव जातक की राशि पर पड़ता है। कई बार ग्रहों के चाल बदलने से जातक को शुभ फलों की प्राप्ति होती है तो कई बार उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ता है। मई में होने वाले ग्रहों के राशि परिवर्तन से मेष से लेकर मीन राशि तक के जातकों को लाभ या नुकसान उठाना पड़ सकता है।
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01 मई 2021 को ग्रहों के राजकुमार बुध वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे। बुध देवता हम सभी के लिए बुद्धि का संचालन करते हैं और व्यक्ति के आचरण और व्यवहार की दिशा की तय करते हैं। बुध के गोचर से आपकी बुद्धि में विकास हो सकता है और आपको कहीं से रुके धन की प्राप्ति हो सकती है। हरी चीजों पर बुध का प्रभाव माना जाता है। बुध के अशुभ प्रभाव को दूर करने के लिए आपको हरी मूंग की दाल दान करनी चाहिए और गाय को पालक खिलाना चाहिए। इसके अलावा स्वयं भी हरी चीजों का सेवन अधिक करना चाहिए।