उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट ओडीओपी (एक जनपद एक उत्पाद योजना) ने सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में अपना डंका बजा दिया है। एक जनपद, एक उत्पाद में शामिल गोरखपुर का टेराकोटा, लखनऊ की चिकनकारी और सिद्धार्थनगर का काला चावल अब देश के साथ अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर अपना जलवा बिखेर रहे हैं।
ओडीओपी से जुड़े उत्पाद हांगकांग के हैंडलूम फेयर से लेकर तुर्की के इस्तांबुल के टेक्सटाइल एक्सपो में भी देश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। इससे पहले सितम्बर में मिस्र के कायरो फैशन वीक में भी ओडीओपी के उत्पाद अपनी धूम मचा चुके हैं।
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि ओडीओपी विभाग द्वारा यूपी के सभी 75 जिलों के उत्पादों को वैश्विक मंच पर ले जाने से इन उत्पादों की मांग में तेजी से इजाफा हुआ है। अब तक ओडीओपी विभाग अमेरिका समेत विभिन्न देशों में 24 से अधिक अन्तरराष्ट्रीय स्तर की प्रदर्शनियां आयोजित करा चुका है।
अन्तरराष्ट्रीय प्रदर्शनियों में बढ़ी ओडीओपी से जुड़े उत्पादों की मांग
प्रवक्ता ने कहा कि यूपी के 75 जनपदों के उत्पादों को एक मंच पर लाने के साथ ही उनको अन्तरराष्ट्रीय स्तर की पहचान दिलाने की सरकार की मुहिम कामगारों की किस्मत बदलने के साथ रोजगार के अवसर भी पैदा कर रही है। ओडीओपी वेबसाइट के मुताबिक मार्च 2020 से 2021 तक राष्ट्रीय स्तर की 23 प्रदर्शनियों का आयोजन किया जा चुका है। इसमें कई अन्तरराष्ट्रीय कंपनियों ने भी हिस्सा लिया था।
ऑनलाइन कंपनिया भी बनी मददगार
इसके अलावा अमेरिका, ब्रिटेन, हांगकांग, तुर्की, मिस्र, जर्मनी समेत करीब 19 देशों में अन्तरराष्ट्रीय स्तर की प्रदर्शनियां भी आयोजित की जा चुकी है। कायरो फैशन वीक से लेकर कई नामी आयोजन भी शामिल है। इसके अलावा प्रदेश स्तर पर आयोजित फेयर व मेले भी ओडीओपी को नई पहचान दिलाने में बेहतरीन रोल अदा कर रहे हैं। इसके अलावा आनलाइन शापिंग वेबसाइट अमेजन, फिल्मकार्ट समेत अन्य कंपनियां भी अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर ओडीओपी को पहचान दिला रहे हैं।
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रोजगार के साथ बढ़ रही है आय
सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि ओडीओपी की सफलता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सिद्धार्थनगर से 20 टन ‘बुद्ध का महाप्रसाद’ (काला नमक चावल) सिंगापुर में निर्यात हुआ। वहीं दिसंबर, 2020 तक अकेले अमेजन के जरिए 24 करोड़ रुपए से ज्यादा के 50 हजार से अधिक उत्पादों की हुई बिक्री हुई है। लखनऊ में ‘वोकल फॉर लोकल’ की थीम पर आयोजित ‘हुनर हाट’ में 75 जिलों के बेहतरीन कारीगर और शिल्पकार अपने हुनर से सभी का दिल जीता। हाट में महज 14 दिनों में ओडीओडीपी स्टॉलों पर लगभग साढ़े तीन करोड़ से अधिक की ताबड़तोड़ बिक्री हुई। वाराणसी के बड़ालालपुर स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय हस्तकला संकुल में आयोजित ‘उत्तर प्रदेश के जी.आई. प्रोडक्ट्स एक्सपो 2021’ में कोरोना काल के बाद चार दिनों में करीब 25 लाख रूपए की बिक्री से हस्तशिल्पी काफी उत्साहित हुए।
उन्होंने कहा कि ओडीओपी के जरिए प्रदेश की अर्थव्यवस्था में सुधार के साथ-साथ कामगारों की आय भी बढ़ी है। रोजगार के नए अवसर भी जुड़े हैं।