दिल्ली में पिछले साल कोरोना का प्रकोप शुरू होते ही जेलों से कैदियों को परोल दिया गया था। ताकि जेलों में कोरोना संक्रमण का फैलाव न हो सके। लेकिन परोल दिए गए कई कैदी वापिस नहीं लौटे है। इसी बीच, दिल्ली की तिहाड़ जेल से 3400 से ज्यादा कैदी फरार हो गए हैं। कोरोना के समय 1184 अलग-अलग मामलों में दोषी कैदियों को इमरजेंसी परोल मिला था, जिनमें से 1072 कैदियों ने सरेंडर किया। जबकि 112 कैदियों ने सरेंडर नहीं किया।
इसी तरह जेल में बंद 5556 विचाराधीन कैदियों को कोरोना के दौरान ज़मानत दी गयी, जिनमें से 2200 कैदी बेल का समय खत्म होने से पहले वापस आ गए जबकि करीब 3300 विचाराधीन कैदी अब तक नहीं लौटे हैं। इस तरह कुल 3412 कैदी अब तक गायब हैं। तिहाड़ जेल प्रशासन ने इन कैदियों की लिस्ट दिल्ली पुलिस को सौंप दी है। दिल्ली पुलिस इनकी तलाश कर रही है। वहीं, एक रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली के तीन जेल परिसरों में कोरोना वायरस से संक्रमित हुए 60 से ज्यादा कैदियों और 11 कर्मचारियों का इलाज चल रहा है।
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अधिकारियों ने बुधवार को इस बारे में बताया। महानिदेशक (जेल) संदीप गोयल ने बताया कि अब तक कुल 190 कैदी संक्रमित हुए हैं। बुधवार तक दिल्ली की जेलों के उपचाराधीन मरीजों की संख्या 78 है। इनमें जेल के 11 कर्मचारी शामिल हैं। गोयल ने कहा कि संक्रमण के 190 मामलों में से, 121 कैदी ठीक हो चुके हैं जबकि दो की मौत हो गयी। फिलहाल 67 उपचाराधीन मरीज हैं। जेल के 304 कर्मी अब तक संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से 293 कर्मी ठीक हो चुके हैं और 11 का उपचार चल रहा है। उन्होंने कहा कि मंडोली जेल के अधीक्षक और तिहाड़ जेल के दो डॉक्टरों समेत 11 कर्मी संक्रमित हुए हैं। रोहिणी जेल में संक्रमण का पहला मामला पिछले साल 13 मई को आया था।