पश्चिम बंगाल में हो रहे विधानसभा चुनावों के आठ चरणों में से तीन चरणों का मतदान हो चुका है। चौथे चरण के लिए सभी राजनीतिक दल जमकर चुनाव प्रचार में लगे हुए हैं। इसी चुनाव प्रचार के दौरान कई विवादित बयान भी देखने को मिले हैं। ऐसा ही एक विवादित बयान सूबे की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के लिए मुसीबत का सबब साबित हो रहा है। दरअसल, मुस्लिम वोटबैंक को लेकर ममता द्वारा दिए गए विवादित बयान के खिलाफ चुनाव आयोग ने बड़ा कदम उठाया है।
ममता बनर्जी के सामने खड़ी मुसीबत
दरअसल, चुनाव प्रचार के दौरान पहली बार चुनाव आयोग ने ममता बनर्जी को उनके विवादित बयान के लिए नोटिस भेजा है। खबरों के मुताबिक, तीन अप्रैल को उन्होंने अल्पसंख्यक समुदाय से अपील की थी कि मुसलमानों का वोट नहीं बंटना चाहिए। इसके अलावा हैदराबाद के असदुद्दीन ओवैसी को शैतान करार देते हुए ममता ने कहा था कि भाजपा से पैसे लेकर आए हैं और मुसलमानों के वोट बांटने की कोशिश कर रहे हैं।
बुधवार देर शाम चुनाव आयोग ने इसी मामले में ममता बनर्जी को नोटिस दिया है। आयोग ने नोटिस में साफ किया है कि सीएम को 48 घंटे के अंदर इस पर जवाब देना होगा। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।
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उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिन पहले बंगाल आए थे और इस घटना का जिक्र करते हुए कहा था कि अगर इस तरह का बयान मैंने दिया होता तो अब तक मेरे खिलाफ नोटिस आ गया होता।