पश्चिम बंगाल में पहले चरण के मतदान वाले दिन ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ईवीएम राग अलापना शुरू कर दिया है। शनिवार को खड़गपुर में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा ने ईवीएम से छेड़छाड़ की है। उनका कहना था कि अगर कोई तृणमूल को वोट देता है तो वह वोट भी भाजपा के खाते में जाता है।

ममता ने पीएम मोदी पर लगाया आचार संहिता उल्लंघन का आरोप
एक बार फिर नंदीग्राम इलाके में भारतीय जनता पार्टी पर अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि कांथी में 30 बाहरी लोगों को हथियारों के साथ गिरफ्तार किया गया है। उनके मुताबिक, वे सभी उत्तर प्रदेश से आए थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आदर्श आचार संहिता उल्लंघन का आरोप लगाते हुए ममता ने कहा कि वे बांग्लादेश जाकर बंगाल में चुनाव की बातें कर रहे हैं। यह आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि वे सब कुछ बेच रहे हैं। पीएम अपने नाम पर स्टेडियम बना रहे हैं। ममता ने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव के समय बांग्लादेश के एक अभिनेता फिरदौस ने तृणमूल के पक्ष में प्रचार किया तो भाजपा ने बांग्लादेश की सरकार से कह कर उनका वीजा रद्द करवा दिया।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने लोगों से तृणमूल के पक्ष में मतदान की अपील करते हुए कहा कि रेलवे को अगर बचाना है तो तृणमूल को वोट देना होगा। पूर्व रेल मंत्री ममता ने कहा कि वह रेलवे को जितना जानती हैं, उतना कोई और नहीं जानता। वर्तमान रेल मंत्री पीयूष गोयल पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा के रेल मंत्री कुछ भी काम नहीं करते, केवल किराया बढ़ा रहे हैं। शुभेंदु अधिकारी और अन्य नेताओं पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि वे पैसे के लोभ में भाजपा के पाले में गए हैं।
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उन्होंने दावा किया कि रात के समय भाजपा रुपये बांट रही थी। क्षेत्र में अपने कार्यों का जिक्र करते हुए ममता ने कहा कि उन्होंने जिले में चार मल्टी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, छह कॉलेज और विश्वविद्यालय बनाया है। हालांकि भाजपा नेता को फोन कर मदद मांगने संबंधी वायरल हुए अपने ऑडियो के बारे में ममता बनर्जी ने कुछ भी नहीं कहा।
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