शिवसेना नेता और सांसद संजय राउत अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं। ऐसे में उन्होंने कांग्रेस के नेतृत्व चलने वाले गठबंधन यूपीए को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। एक न्यूज चैनल से बातचीत के दौरान उन्होंने UPA के नेतृत्व पर सवाल खड़ा करते हुए इसे बदलने की वकालत तक कर दी। साथ ही उन्होंने कहा कि UPA का नेतृत्व ऐसे नेता के हाथ में देना चाहिए जिसे लेकर विपक्ष में आम स्वीकृति हो।
संजय राउत ने कहा ‘महाराष्ट्र में जो प्रयोग हुआ है, वो बेहतर है, और पूरा देश हमारी तरफ देख रहा है। हमने बार-बार आह्वान किया है कि UPA का पुनर्गठन करना चाहिए। चर्चा के दौरान जब उनसे पूछा गया कि आप तो UPA में नहीं हैं, तो इसका उत्तर देते हुए संजय राउत ने कहा- अभी हम NDA (भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन) से बाहर निकल गए हैं, अकाली दल भी NDA से बाहर है, ममता बनर्जी भी UPA और NDA दोनों में नहीं हैं। ऐसी बहुत सी क्षेत्रीय पार्टियां हैं जो न NDA में हैं न UPA में हैं। UPA में क्यों नहीं है ये संशोधन का विषय है।”
संजय राउत ने आगे कहा ‘हमारा ये कहना है कि कांग्रेस पार्टी को मजबूत होना है तो UPA को मजबूत करना चाहिए। और अगर UPA को मजबूत करना है तो UPA का नेतृत्व ऐसे व्यक्ति के हाथ में देना चाहिए जो एक्टिव हो और जिसे लेकर विपक्ष में सहमति हो।’
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जब संजय राउत से पूछा गया कि ऐसा कौन सा नाम है जिसे लेकर विपक्ष में सहमति हो सकती है तो संजय राउत ने कहा- अभी तो मुझे शरद पवार जी का नाम सामने दिखता है, कांग्रेस नेताओं को इसे स्वीकार करना चाहिए। शरद पवार को UPA का अध्यक्ष बनाने से UPA मजबूत हो सकती है।