बंगाल चुनाव से पहले सूबे में एक और सियासी उलटफेर देखने को मिला है। यह उलटफेर ऐसे वक्त पर हुआ जब सूबे की इस सियासी जंग में दो मुख्य दावेदार समझे जा रहे तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी दोनों दलों ने अपने-अपने प्रतिद्वंदियों को चुनावी मैदान में उतार दिया है। दरअसल, ममता बनर्जी को झटका देते हुए कद्दावर नेत्री सरला मुर्मू ने तृणमूल कांग्रेस का साथ छोड़ दिया है। तृणमूल कांग्रेस ने उन्हें हबीबपुर विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया था। बताया जा रहा है कि जल्द ही वे बीजेपी में शामिल होंगी।
तृणमूल ने हबीबपुर सीट पर बदला प्रत्याशी
सरला मुर्मू द्वारा पार्टी को दिए गए इस्तीफे के बाद तृणमूल कांग्रेस ने एक पत्रकार वार्ता में बताया कि हबीबपुर विधानसभा सीट पर अपना उम्मीदवार बदल रही है। क्योंकि सरला मुर्मू का स्वास्थ्य खराब है। टीएमसी का यह पहला मामला है, जब किसी नेता ने टिकट मिलने के बावजूद पार्टी छोड़ दी हो। अब तृणमूल ने हबीबपुर सीट से सरला मुर्मू के स्थान पर प्रदीप बसकी को अपना प्रत्याशी घोषित किया है।
इस बारे में जानकारी देते हुए तृणमूल कांग्रेस ने कहा है कि हबीबपुर विधानसभा सीट पर अपना उम्मीदवार बदल रही है। क्योंकि सरला मुर्मू का स्वास्थ्य खराब है। तृणमूल का यह पहला मामला है, जब किसी नेता ने टिकट मिलने के बावजूद पार्टी छोड़ दी हो। मालदा जिले में दो चरणों में मतदान होना है। यहां 26 और 29 अप्रैल को दो चरणों में मतदान होना है। यहां कुल 12 विधानसभा सीट पर चुनाव होना है।
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आपको बता दें कि वर्ष 2016 में हुए बंगाल विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस इस जिले से एक भी सीट नहीं जीत सकी थी। जिले की 12 सीटों में से दो सीटों पर बीजेपी ने जीत हासिल की थी, जबकि 8 सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशी ने अपनी जीत का परचम लहराया था। इसके अलावा एक सीट माकपा और एक सीट निर्दलीय प्रत्याशी ने जीती थी।