मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को गोरखपुर में कसया के अधिवक्ता संजय सिंह के घर दिनदहाड़े हुई भीषण चोरी की वारदात की घटना व उसके बाद के उपजे हालात की सिलसिलेवार जानकारी ली।
कुशीनगर के अधिवक्ता संजय के घर दिनदहाड़े भीषण चोरी का मामला
अधिवक्ताओं ने मुख्यमंत्री को पुलिस नाकामी के बावजूद उच्चाधिकारियों की उदासीनता बने रहने की बात कही। अधिवक्ताओं ने कहा कि 18 दिन के आन्दोलन व न्यायिक कार्य बहिष्कार के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
मुख्यमंत्री ने कठोर कार्रवाई का दिया आश्वासन
शुक्रवार सुबह मुख्यमंत्री गोरक्षनाथ मन्दिर परिसर में आए थे। हियुवा नेताओं व सिविल कोर्ट बार एसोसिएशन के संयुक्त प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचा था। मुख्यमंत्री के समक्ष बार के अध्यक्ष ओंकारनाथ पांडेय व हियुवा के उपाध्यक्ष ओमप्रकाश वर्मा ने अधिवक्ता के घर हुई घटना से सम्बन्धित सभी तथ्य रखे।
सिविल कोर्ट बार व हियुवा के नेताओं ने रखी बात
बताया कि कसया थाना क्षेत्र में दिन में चोरी की कई वारदात दर्ज हैं। लूट, छिनैती, चेन स्नेचिंग की घटनाएं भी हुई है। एक भी घटना का पर्दाफाश पुलिस नहीं कर पा रही है। उल्टे पीड़ितों को ही प्रताड़ित कर रही है। थानाध्यक्ष हर घटना को झूठ बताते हैं। अधिवक्ता मामले में भी यही हुआ तो आन्दोलन का रास्ता अख्तियार करने को मजबूर हो गए। अधिवक्ताओं का प्रतिनिधिमंडल एडीजी, एसपी व प्रशासनिक अधिकारियों से बार-बार मिल चुका है पर कार्रवाई शून्य है।
यह भी पढ़ें: महाकाल मंदिर में शुरू हुआ महाशिवरात्रि का पर्व, नौ भव्य स्वरूपों में होगा श्रृंगार
अध्यक्ष पांडेय ने बताया कि मुख्यमंत्री ने पूरी बात गौर से सुनने के बाद कठोर कार्रवाई का आश्वासन दिया। बढ़ते अपराध के मामले में पुलिस की गलत रवैये के हर पहलू से अवगत कराया गया है। अधिवक्ता न्याय के रक्षक है। न्याय के लिए हर रास्ता अख्तियार करेंगे। प्रतिनिधिमंडल में अध्यक्ष ओंकार पांडेय, महामंत्री अनिल त्रिपाठी, रबीन्द्र मणि, संजय सिंह, अंबरीश चौबे, दीनदयाल मल्ल, राकेश श्रीवास्तव, ओमप्रकाश सिंह, हियुवा के नगर अध्यक्ष विनोद गिरि आदि उपस्थित रहे।