कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने चीन के मसले पर एकबार फिर केंद्र सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा है कि चीन ने भारत को धमकी देने के लिए अपनी पारंपरिक और साइबर सेना जुटाई है। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र की कायरता भविष्य में दुखद परिणाम देगी।
केंद्र सरकार द्वारा लद्दाख में चीनी घुसपैठ की बात को बार-बार झुठलाने के बाद भी कांग्रेस लगातार उसपर हमलावर रही है। बुधवार को राहुल गांधी ने ट्वीट कर फिर से इस मुद्दे को छेड़ा है। उन्होंने लिखा है कि ‘चीन ने भारत को धमकी देने के लिए अपनी पारंपरिक और साइबर सेना जुटाई है। इससे भारत सरकार को झटका लगा है। मेरे शब्दों को चिन्हित करें, डेपसांग में हमारी जमीन चली गई है और डीबीओ (दौलत बेग ओल्डी) असुरक्षित है।’ इस दौरान उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा की केंद्र की कायरता भविष्य में दुखद परिणाम देगी।
अपने ट्वीट के साथ राहुल गांधी ने एक न्यूज भी साझा की है, जिसमें कहा गया है कि सैटेलाइट तस्वीरों से पता चला है कि डेपसांग इलाके में चीन ने निर्माण किया गया है। चीनी पोस्ट की सिंथेटिक एपर्चर रडार ने स्थायी नाइट पिक्चर क्लिक की है, जिसमें लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) के पास चीन का कुछ निर्माण कार्य दिखाई दे रहा है। दौलत बेग ओल्डी से यह इलाका 24 किलोमीटर दूर है। बताया जा रहा है कि यह इलाका अक्साई चिन में पड़ता है।
यह भी पढ़ें: भारत में वन्य जीवों की संख्या में इजाफा, देश के वनों में जल्द होगी चीते की वापसी
इससे पहले, तमिलनाडु (तिरुनेलवेली) में भी एक जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने भारत-चीन गतिरोध को लेकर प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा था। उन्होंने आरोप लगाया था कि प्रधानमंत्री पड़ोसी देश से ‘डरे’ हुए हैं। उन्होंने कहा था कि पूर्वी लद्दाख में गतिरोध से पहले निश्चित रूप से चीन ने हमारे देश के कुछ सामरिक इलाकों पर कब्जा किया है।