कृषि कानून के विरोध में पिछले दो महीनों से किसान कृषि बिल को लेकर विरोध प्रदर्शन करने में जुटे हुए हैं। वही समय-समय पर किसान उग्र होकर चक्का जाम व केंद्र सरकार के विरुद्ध अपना विरोध जताते हुए दिखाई दे रहे है। इसी कड़ी में किसान यूनियन के आह्वान पर केंद्र सरकार की वादा खिलाफी से निराश किसानों ने गुरुवार को देश भर के रेलवे स्टेशनों पर रेल रोको प्रदर्शन करने का निर्णय लिया था। कानपुर में भी इस प्रदर्शन को दृष्टिगत रखते कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर सुबह से ही जीआरपी व आरपीएफ बल स्टेशन के एंट्री गेट पर कड़ी सुरक्षा बल के साथ तैनात रहा।

जीआरपी व आरपीएफ प्रभारी के नेतृत्व में जवानों ने सभी प्लेटफार्मों पर गहनता से निरीक्षण किया तो वही मुस्तैदी से जवान तैनात होकर निगरानी बनाये रहें। फिलहाल सेंट्रल स्टेशन पर कड़ी सुरक्षा बल के साथ जवान चप्पे-चप्पे पर मौजूद हैं और चौतरफा निगाहें जमाए हुए हैं, कि कहीं कोई शरारतीतत्व किसी प्रकार की अराजकता न फैला सके। दोपहर तक किसी भी प्रकार की प्रतिक्रिया देखने को नहीं मिली है।
कानपुर सेंट्रल के आरपीएफ इंस्पेक्टर पी.के. ओझा ने बताया कि आज सूचना थी कि रेल रोकने की कोशिश की जा सकती है। जिसको लेकर कानपुर सेंट्रल समेत सभी स्टेशनों में चौकसी बरती जा रही है। अभी तक कहीं से भी कोई ट्रेन रोके जाने की सूचना नहीं है। हमारी टीमें स्टेशन परिसर में घूम-घूमकर नजर बनाए हुए हैं।
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इन स्टेशनों पर भी रही निगरानी
रेल रोके आंदोलन को देखते हुए कानपुर जनपद में आने वाले सेन्ट्रल स्टेशन सहित एक दर्जन छोटे-बड़े स्टेशनों पर सुरक्षा कड़ी और आरपीएफ, जीआरपी व थाना पुलिस मुस्दैत रहीं। सेन्ट्रल स्टेशन के अलावा जिन स्टेशनों पर सुरक्षा चाकचौबंद रहीं उनमें अनवरगंज, रावतपुर, कल्याणपुर, मंधना, सरसौल, पनकी धाम, गोविंदपुरी व चौबेपुर आदि शामिल हैं। यहां पर रेलवे व पुलिस बल चौकसी करता दिखा।
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