पश्चिम बंगाल में आसन्न विधानसभा चुनाव से पहले मचे सियासी उठापटक के बीच सूबे की सत्तारूढ़ ममता बनर्जी सरकार विवादों में घिरती नजर आ रही है। दरअसल, बंगाल पुलिस की लाठियों का शिकार हुए मापका कार्यकर्ता मईदुल इस्लाम की मौत ममता सरकार के लिए मुसीबत साबित हो रही है। माकपा नेता की मौत के बाद माकपा गुस्से की आग में जलती नजर आ रही है, वहीं अब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के मंत्री ने इस मौत पर विवादित बयान देकर आग में घी डालने का काम किया है।
ममता के मंत्री ने दिया विवादित बयान
दरअसल, गत 11 फरवरी को वाम मोर्चा की ओर से आहूत सचिवालय चलो अभियान के दौरान पुलिस लाठीचार्ज में घायल नेता मईदुल इस्लाम की सोमवार सुबह हुई मौत को लेकर ममता बनर्जी के वरिष्ठ मंत्री सुब्रत मुखर्जी ने विवादित टिप्पणी की है। उन्होंने कहा है कि वामपंथी लाश चाहते थे इसीलिए लाश मिल गई।
सुब्रत से जब इस बारे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वे अति क्रांतिकारी बन रहे थे इसलिए यह हालत हो गई। सुब्रत ने कहा कि मौत किसी की भी दुखद होती है। यह मौत भी दुखद है लेकिन वामपंथी लाश चाहते थे, अब लाश मिल गई है। उन्होंने इस मौत को आत्महत्या करार देते हुए कहा कि अति क्रांति की चाहत में ऐसी हालत हुई है।
दरअसल गत 11 फरवरी को शिक्षा और रोजगार समेत अन्य मांगों को लेकर ममता सरकार के खिलाफ कदम बढाते हुए सचिवालय कूच करने का अभियान वाम मोर्चा की ओर से आयोजित किया गया था जिसमें राजधानी कोलकाता, हावड़ा और आसपास के जिलों के साथ-साथ राज्य के अन्य जिलों से भी कार्यकर्ता पहुंचे थे। मूल रूप से छात्र युवा इकाई की ओर से इसका आयोजन किया गया था।
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मइदुल इस्लाम का वीडियो वायरल हुआ था जिसमें देखा जा सकता था कि वह जमीन पर गिरे हुए थे और पुलिसकर्मी लगातार उन पर लाठियां लात घुसा बरसा रहे थे। गंभीर रूप से घायल अवस्था में उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया था जहां सोमवार सुबह उन्होंने दम तोड़ दिया।