भोपाल/नई दिल्ली। राज्यसभा में गुरुवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान उस समय दिलचस्प नजारा देखने को मिला, जब कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने अपने पुराने साथी और मौजूदा भाजपा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की तारीफ की। इस पर सिंधिया ने भी हाथ जोडक़र कहा कि सब आपका आशीर्वाद है। इससे किसान आंदोलन को लेकर सदन का गर्म माहौल हंसी के ठहाकों और तालियों की गडग़ड़ाहट में तब्दील हो गया।
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दरअसल, मप्र से भाजपा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया राष्ट्रपति अभिभाषण पर अपनी बात रखी और उनका संबोधन खत्म होने के तुरंद बाद सभापति वैंकया नायडू ने कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह को संबोधन के लिए बुला लिया। इससे पूरा सदन हंसी-ठहाकों से गूंजने लगा। सभी सदस्यों को हंसता देख सभापति भी मुस्करा दिये और इस पर सफाई देते हुए कहा कि मैंने सूची में कोई बदलाव नहीं किया है। मेरे पास जो नाम आए, उसी अनुसार मैंने बुलाया है। इसके बाद सभी सदस्य तालियां बजाने लगे।
दिग्विजय सिंह ने संबोधन के दौरान मुस्कुराते हुए सिंधिया को बधाई दी। उन्होंने कहा कि मैं सभापति महोदय के माध्यम से सिंधियाजी को बधाई देना चाहता हूं। जिस ढंग से सिंधियाजी यूपीए की सरकार का पक्ष अच्छे से रखते थे, उतने ही अच्छे ढंग से आज उन्होंने भाजपा का पक्ष रखा। आपको बधाई हो, वाह जी महाराज वाह, वाहजी महाराज वाह।
दिग्विजय सिंह के बोल सुनकर सिंधिया ने भी मुस्कुराते हुए कहा कि सब आपका आशीर्वाद है। इस पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि आप जिस पार्टी में रहे, आगे भी जो हो, हमारा आशीर्वाद आपके साथ था, हैं और रहेगा।
दिग्विजय सिंह के पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सदन में अपने विचार रखते हुए मोदी सरकार की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि 2020 पूरे विश्व के लिए चुनौतीपूर्ण साल रहा है। जिसमें कई उतार-चढ़ाव देखे। आज ठीक एक साल बाद तेजी से गिरते हुए कोरोना के आंकड़ों को देखते हुए देश में एक नई उमंग और जोश लोगों में आ चुकी है। देश में 146 जिले ऐसे हैं जहां एक भी कोरोना का केस दर्ज नहीं हुआ। पिछले दिनों राष्ट्रपति ने जो सभी को प्रेरणा दी उसका मैं धन्यवाद करता हूं। साथ ही प्रधानसेवक नरेंद्र मोदीजी के नेतृत्व में कोरोना को खत्म करने के लिए सभी को एकजुट होकर काम करना सराहनीय है।
इसके बाद दिग्विजय सिंह ने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने चुनाव के समय जो वादे किए वे पूरे नहीं हुए। विदेशों से काला धन नहीं आया। युवाओं को रोजगार नहीं मिला। भ्रष्टाचार समाप्त नहीं हुआ। अर्थव्यवस्था नहीं सुधरी। यह उल्लेख राष्ट्रपतिजी के भाषण में नहीं है।
दिग्विजय ने कहा कि नरेंद्र मोदीजी ने नोटबंदी का निर्णय लिया, अर्थव्यवस्था बिगड़ी, पचास लाख लोगों का रोजगार गया। कई उद्योग बर्बाद हो गए, फिर उठ नहीं पाए। आपने एजेंडे में धारा 370 रखा, जिसे पूरा किया। जम्हूरियत, कश्मीरियत और इंसानियत तीनों ही नजर नहीं आए। क्या आतंकवाद समाप्त हो गया। आज भी आतंकवाद समाप्त नहीं हुआ है। आज के आंकड़े देखें तो पहले से ज्यादा आतंकवाद है। कश्मीर की जनता ने सरकारें बनाईं, उनके नेताओं को आपने जेल में डाल दिया। क्या यही जम्हूरियत है।