बीते दिन केंद्र की सत्तारूढ़ मोदी सरकार द्वारा संसद में पेश किये गए बजट-2021 को लेकर कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने बड़ा हमला बोला है। दरअसल, बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने आम बजट का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि यह बजट सिर्फ एक फीसदी आबादी के लिए बनाया गया है।
राहुल गांधी ने दिया ये बयान
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने चीन का नाम लेकर भी मोदी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि चीन को लेकर सरकार का रुख साफ नहीं है। चीन भारत की ज़मीन ले जाता है और आप संदेश क्या देते हो कि हम बजट नहीं बढ़ाएंगे। हम अपनी सेना को नहीं सपोर्ट करेंगे क्या? ये कौन सी देशभक्ति है? सर्दी में सेना सरहद पर खड़ी है और आप उनको पैसा नहीं दे रहे हो।
राहुल गांधी ने कहा कि सरकार को आम आदमी के हाथ में पैसे देना चाहिए। किसान आंदोलन के मसले पर कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार को जल्द समाधान निकालने की जरूरत है। किसान देश की रीढ़ की हड्डी है और सरकार उन पर अत्याचार कर रही है।
राहुल गांधी ने आगे कहा कि किसानों की बस इतनी मांग है कि इन काले कानूनों को वापस लिया जाए, लेकिन सरकार उसे अनसुना कर रही है। राहुल ने ग्रेटा थनबर्ग और रिहाना के ट्वीट पर कहा कि ये हमारे देश का आंतरिक मसला है। कृषि कानूनों को वापस लेना होगा। भारत की प्रतिष्ठा को भारी नुकसान पहुंचा है।
दिल्ली बॉर्डर पर नाकेबंदी को लेकर राहुल ने कहा कि सरकार किलेबंदी क्यों कर रही है? किसान भारत की शक्ति है। आज दिल्ली किसानों से घिरी है। ये समस्या देश के लिए अच्छी नहीं है। किसान पीछे नहीं हटेंगे सरकार को ही हटना पड़ेगा।
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कांग्रेस नेता ने आम बजट पर बोलते हुए कहा कि सरकार ने ये बजट महज एक फीसदी आबादी के लिए बनाया है। सरकार ने न्याय योजना जैसा काम किया होता तो शायद कुछ राहत होती।