संसद में बजट-2021 पेश होने से पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को बजट का पाठ पढ़ाने वाले राहुल गांधी ने बजट पेश होने के बाद निराशा जताई है। इस बजट को हथियार बनाते हुए राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर एक बार फिर पूंजीपतियों की सरकार होने का तमगा लगाते हुए बड़ा आरोप लगाया।
राहुल गांधी ने लगाया गंभीर आरोप
राहुल गांधी ने आरोप मढ़ते हुए कहा कि इस बजट में गरीबों के लिए कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि गरीबों के हाथों में नगदी की बात तो भूल ही जाइए। नरेंद्र मोदी सरकार अपने पूंजीपति दोस्तों के हाथ में देश की संपत्ति सौंपने की योजना बना रही है।
राहुल गांधी ने बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि गरीबों के हाथ में नगदी देने के बात तो भूल ही जाइए, मोदी सरकार भारत की संपत्ति को अपने पूंजीपति दोस्तों को हैंडओवर करने की तैयारी कर रही है।
बजट पेश होने से पहले राहुल गांधी ने कहा था इस बजट में सरकार को किसानों, मजदूरों को रोजगार देने का प्रावधान करना चाहिए। मंझोले सेक्टर के उद्योगों को मदद देनी चाहिए ताकि नई नौकरियां पैदा हो सके।
आपको बता दें कि सोमवार सुबह से ही कांग्रेस बजट को लेकर आक्रामक नजर आ रही है। एक तरफ जहां राहुल गांधी अपने ऑफिसियल ट्विटर अकाउंट से लगातार ट्वीट कर मोदी सरकार के इस बजट को घेरने में लगे हैं। वहीं, कांग्रेस सांसद सदन में भी बजट के खिलाफ आवाज उठाते नजर आ रहे हैं।
सोमवार को संसद में कांग्रेस सांसद गुरजीत औजला और सांसद जसबीर सिंह गिल में काले कपड़े पहनकर आए हैं। कांग्रेस ने राष्ट्रपति के अभिभाषण का भी बहिष्कार किया था। किसान आंदोलन के मुद्दे पर कांग्रेस सांसद काले कपड़े पहनकर बजट का विरोध कर रहे हैं।
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ये दोनों सांसद किसान आंदोलन का समर्थन और तीनों कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं। उनके गाउन पर लिखा है किसान की मौत… काला कानून वापस लो…