हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कहा है कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर लाल किले पर हुई घटना के लिए केंद्र सरकार पूरी तरह से जिम्मेदार है। कृषि कानूनों का सड़क से संसद तक विरोध करने वाली कांग्रेस अब तीन से पांच फरवरी तक हरियाणा के प्रत्येक ब्लाक में किसान आंदोलन के लिए शांति मार्च निकालेगी। इसके लिए पार्टी के सभी नेताओं व कार्यकर्ताओं की ड्यूटियां लगाई जा रही हैं।

कांग्रेस नेत्री ने दी जानकारी
शनिवार को चंडीगढ़ स्थित पार्टी मुख्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेत्री कुमारी सैलजा ने कहा कि तीन काले कृषि कानूनों के कारण देश में जो स्थिति पैदा हुई है वह किसी से छिपी नहीं है। गणतंत्र दिवस के अवसर पर इतनी बड़ी संख्या में लोग लाल किले तक कैसे पहुंचे और कैसे हिंसा हुई इसका जवाब सरकार को देना चाहिए। इन घटनाओं के लिए केवल पुलिस को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता। यह पूरी तरह से पॉलीटिकल फेलियर है।
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कांग्रेस नेत्री ने किसानों का बचाव करते हुए कहा कि किसान संगठन ट्रैक्टर परेड में शामिल थे। अगर सरकार को किसी खालिस्तानी संगठन के शामिल होने का इनपुट मिला था जो उनके खिलाफ पहले से कार्रवाई क्यों नहीं की गई। देश की खुफिया एजेंसियां उस समय क्या कर रही थी। सिंघु बार्डर पर हुई हिंसा को अमानवीय करार देते हुए सैलजा ने कहा कि शुक्रवार को हुई घटना के जिस तरह के वीडियो वायरल हो रहे हैं उसमें पुलिस मूक दर्शक बनी हुई है और असमाजिक तत्व किसानों को मारने के लिए आगे बढ़ रहे हैं। इससे साफ जाहिर है कि किसानों पर हमला राजनीतिक साजिश का हिस्सा है।
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