भारतीय संस्कृति में रीति रिवाजों का अपना एक अलग ही महत्त्व है। हिंदू समाज में शादी एक ऐसा बंधन है जिसे सात जन्मों का साथ माना जाता है। जिसमें एक लड़का एक लड़की के साथ शादी सात फेरे लेकर पूरे जीवन साथ चलने का वचन देते है, लेकिन क्या किसी कुत्ते और कुतिया की शादी के बारे में सुना है वो भी पूरे हिंदू रीति रिवाज से। जी हां , बिल्कुल एक ऐसा मामला मध्य प्रदेश के पुछीकरगुवा गांव से सामने आया है। जो इस समय पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है। यह शादी हर किसी को हैरान और परेशान करके रख दिया। दरसअल गांव वालों ने एक कुत्ता जिसका नाम गोलू है और एक कुतिया जिसका नाम रश्मि है, दोनों की शादी हिंदू रीति-रिवाज से कराई। इतना ही नहीं इस शादी में गांव के लोगों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया और नाच-गाना भी जमकर हुआ।
दरअसल यह पूरा मामला कुछ ऐसा है। खबरों के मुताबिक मध्य प्रदेश के पुछीकरगुवा गांव के लोग कई दिनों से पानी की कमी से जूझ रहे थे। अपनी परेशानी को दूर करने के लिए उन्होंने कुत्ते और कुतिया की शादी करवाई है। गांव के लोगों का मानना है कि अगर दो मूक जानवरों की शादी करवा दी जाए तो इंद्रदेव खुश हो जाते हैं। निवाड़ी जिले के ग्राम पुछीकरगुआ निवासी मूलचंद नायक ने अपनी रश्मि नाम की डॉगी की शादी उत्तर प्रदेश के बकवा खुर्द निवासी अशोक यादव के गोलू नाम के कुत्ते के साथ हिंदू रीति-रिवाज अनुसार कराई गई। इसके साथ ही मूलचंद नायक और उनके परिजनों द्वारा नम आंखों से डॉगी रश्मि को विदाई की गई।
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इतना ही नहीं शादी में 800 लोगों को भोज भी कराया गया था। गांववालों का मानना है कि इस शादी से उन लोगों की पानी की दिक्कत खत्म हो जाएगी। कुत्ते के मालिक अशोक यादव ने बताया कि गांव में पीने के लिए भी पानी नहीं है। वहीं कुत्ते के मालिक अशोक यादव का भी मानना है कि इस शादी से गांव के लोगों की पानी की समस्या खत्म हो जाएगी। उन्होंने बताया कि गांव में पीने के लिए भी पानी है.ऐसे में यहां कि महिलाओं बहुत दूर जाकर घंटों लाइन में लगकर पानी लाना पड़ता है।