प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गृह राज्य गुजरात में बीजेपी को तगड़ा झटका लगा है। दरअसल, भरूच संसदीय क्षेत्र के सांसद मनसुखभाई धनजीभाई वसावा ने बीजेपी को इस्तीफा सौंप दिया है। उन्होंने यह इस्तीफा सोमवार को गुजरात इकाई के बीजेपी अध्यक्ष सीआर पाटिल को पत्र के माध्यम से भेजा। इसके बाद उन्होंने खुद भी अपने इस्तीफे का ऐलान किया। उनके इस्तीफे के बाद बीजेपी में हलचल बढ़ गई है। हालांकि अभी इस बात का खुलासा नहीं हो सका है कि उन्होंने इस वजह से इस्तीफा देने का यह फैसला लिया।
बीजेपी सांसद ने प्रदेश अध्यक्ष को लिखा पत्र
बीजेपी सांसद में सीआर पाटिल को लिखे पत्र में कहा कि मैंने हमेशा पार्टी के साथ वफ़ादारी निभाई है। बीजेपी और जिंदगी के सिद्धांत का पालन करने में बहुत सजगता रखी, लेकिन आखिरकार मैं एक इंसान हूं और इंसान से गलती हो जाती हैं। अब पार्टी से इस्तीफा दे रहा हूं। इसी के साथ यह बात भी सामने आने लगी कि वसावा लोकसभा सत्र शुरू होने से पहले अपने सांसद पद से भी इस्तीफा दे देंगे।
अभी हाल ही में गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी को पत्र लिखकर आदिवासी महिलाओं की तस्करी की जानकारी देने वाले बीजेपी सांसद वसावा अपने बयानों ने सूबे की सत्तारूढ़ बीजेपी सरकार को निशाने पर ले चुके हैं। इसके अलावा सबसे ऊंची प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी पत्र लिखा था। इस पत्र में उन्होंने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के आसपास इको-सेंसेटिव जोन रद्द करने की मांग की थी।
आपको बता दें कि मनसुखभाई धनजीभाई वसावा एक आदिवासी नेता के रूप में विख्यात रहे हैं और वे लगातार आदिवासियों के लिए आवाज बुलंद करते रहे हैं।