आज भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच साल की सबसे हाई प्रोफाइल सीरीज का पहला मुकाबला एडिलेड में हो रहा है। भारत और ऑस्ट्रेलिया का दौरा 27 नवम्बर से शुरू हुआ। दौरे की शुरुआत वनडे सीरीज से हुई। दोनों टीमों के बीच चार मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला एडिलेड ओवल मैदान पर खेला जा रहा है। यह कोरोना काल में अब तक की सबसे सबसे प्रतिष्ठित और हैवीवेट सीरीज है। चार मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला इसलिए भी ख़ास है क्योंकि ये विदेशी धरती पर टीम इंडिया का पहला डे-नाइट मैच है।
भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया है। वैसे तो भारत की शुरूआती पारी खराब रही जब पहले ही ओवर में मिशेल स्टार्क की अंदर आती गेंद पर पृथ्वी शॉ चूक गए और बैट-पैड के बीच बनी दरार ने अपना काम कर दिया।
इसके बाद मयंक अग्रवाल से कुछ उम्मीद जागती नजर आ रही थी, मयंक कुछ जमते लग रहे थे लेकिन वे 17 रन बनाकर आउट हो गए। मयंक और चेतेश्वर पुजारा वैसे तो सम्भलकर खेल रहे थे। स्कोर धीरे-धीरे बेहतरी की ओर बढ़ता दिख रहा था, लेकिन तभी दुनिया के नंबर-1 टेस्ट गेंदबाज कमिंस ने 32 के कुल योग पर मयंक को बोल्ड कर भारत को दूसरा झटका दिया।
फिर क्रीज पर पुजारा मजबूत लग रहे थे और कोहली दूसरे छोर पर उनके साथ दे रहे थे। हालांकि 43 रन बनाकर पुजारा को नाथन लियोन ने आउट कर दिया। उन्होंने 160 गेंदों का सामना किया। इसके बाद कोहली ने अपना अर्धशतक पूरा कर लिया लेकिन रहाणे के साथ हुई गलतफहमी के चलते वो 74 के स्कोर पर रन आउट हो गए। बता दें कि कोहली इस चार मैचों की सीरीज का पहला और अंतिम टेस्ट खेल रहे हैं। इसके बाद वह अपने पहले बच्चे के जन्म के अवसर पर परिजनों के साथ रहने के लिए स्वदेश लौट जाएंगे।
यह भी पढ़ें: भारत के खिलाफ पहले टेस्ट में नंगे पैर मैदान में उतरे ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी..
इसके बाद रहाणे भी नहीं टिक सके और 42 रन बनाकर स्टॉर्क की नई गेंद पर आउट हो गए। ऑस्ट्रेलिया के लिए पिंक बॉल नई नहीं है और उनका अपनी धरती पर सभी डे-नाइट टेस्ट मैच जीतने का शत-प्रतिशत रिकॉर्ड है। भारत ने इस मैच में गिल और राहुल को बाहर रखा है जबकि पृथ्वी शॉ पर दांव लगाया है। लेकिन खराब फॉर्म में चल रहे पृथ्वी शॉ पहली पारी में सिर्फ दो गेंद ही खेल पाए और ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज मिशेल स्टार्क की गेंद पर बोल्ड हो गए।