कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों द्वारा जारी आंदोलन को लेकर राहुल गांधी ने एक बार फिर केंद्र की सत्तारूढ़ मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया है। राहुल गांधी ने किसान आंदोलन का मुद्दा उठाते हुए मोदी सरकार पर सवाल दागते हुए कहा है कि किसान भीषण ठंड का सामना करते हुए आंदोलन करने को मजबूर है, लेकिन सरकार उनकी बात सुनने को तैयार नहीं, सरकार को यह बताना चाहिए कि अभी किसानों को कितनी आहुति देनी है।
राहुल गांधी ने मोदी सरकार से पूछा ये सवाल
दरअसल, शनिवार को राहुल गांधी ने एक समाचार पत्र की कटिंग शेयर करते हुए ट्वीट किया कि कृषि कानूनों को हटाने के लिए हमारे किसान भाइयों को और कितनी आहुति देनी होगी।
उन्होंने जिस न्यूज़ की कटिंग शेयर की है, उसकी हैडलाइन है- ये गतिरोध टूटना जरूरी, क्योंकि 1-1 करके 11 किसान दम तोड़ चुके हैं। इस समाचार पत्र में लिखा है कि 17 दिनों से जारी आंदोलन में सरकार और किसानों की वार्ता से समाधान की उम्मीदें गतिरोध में फंस चुकी हैं। वहीं सिंधु और टिकारी बॉर्डर पर एक-एक कर 11 किसान-आंदोलनकारी दम तोड़ चुके हैं। किसी की पेट और सीने में दर्द तो किसी की हादसे में जान गई। सर्दी में आसमान तले बैठे लोग लगातार बीमार पड़ रहे हैं। धरने पर मौत का यह सिलसिला रुकना चाहिए। इसके लिए जरूरी है कि किसान नेता और सरकार दोनों ही जल्द से जल्द गतिरोध से निकल समाधान की ओर बढ़ें।
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आपको बता दें कि राहुल गांधी किसान आंदोलन का मुद्दा उठाते हुए लगातार केंद्र सरकार के खिलाफ हमलावर रुख अख्तियार किये हुए हैं। बीते दिन उन्होंने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए ट्वीट किया था कि किसान चाहता है कि उसकी आय पंजाब के किसान जितनी हो जाए। मोदी सरकार चाहती है कि देश के सब किसानों की आय बिहार के किसान जितनी हो जाए।