लव जिहाद कानून को लेकर इस वक्त सियासत तेज हो गई है। जहां भाजपा शासित राज्य उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक इस पर कानून लाने जा रहे हैं, तो वहीं लोकसभा सदस्य और एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने लव जिहाद कानून लाने वाले राज्यों को संविधान पढ़ने की नसीहत दी है। ओवैसी का कहना है कि ऐसा कोई भी कानून संविधान के अनुच्छेद 14 और 21 का उल्लंघन है। इसके साथ ही उन्होंने भाजपा पर सांप्रदायिकता फैलाने का आरोप लगाते हुए ओवैसी ने कहा कि यह महज ग्रेटर हैदराबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन चुनावों (जीएचएमसी) को सांप्रदायिक रंग देना चाहते हैं।

ओवैसी ने कहा, ‘ऐसे कानून संविधान के अनुच्छेद 14 और 21 का उल्लंघन होंगे। अगर इस तरह का कानून लाना है तो स्पेशल मैरिज ऐक्ट को ही समाप्त कर दें। नफरत फैलान का यह दुष्प्रचार नहीं चलेगा। भाजपा बेरोजगार युवाओं को भटकाना चाहती है। हैदराबाद में बाढ़ आई थी मोदी सरकार ने उस समय क्या मदद दी? मोदी सरकार जीएचएमसी चुनावों को सांप्रदायिक रंग देना चाहती है लेकिन इस बार यह काम नहीं करेगा क्योंकि लोग असलियत जानते हैं।’ इसके साथ ही ओवैसी ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि अगर आप भाजपा के नेता को रात में जगाकर कुछ भी पूछेंगे तो उनके मुंह से ओवैसी, गद्दार, आतंकवाद और आखिर में पाकिस्तान का नाम निकलेगा।
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इसके साथ ही उन्होने कहा कि भाजपा को बताना चाहिए कि तेलंगाना खासकर हैदराबाद को उन्होंने साल 2019 के बाद कौन सी आर्थिक मदद दी। आपको बता दें कि हाल ही में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने अपने यहां कथित लव जिहाद को रोकने के लिए सख्त कानून लाने की घोषणा की है। इसके अलावा घोषण मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार और हरियाणा की खट्टर सरकार ने भी इस पर कानून बनाने की तैयारी कर ली है। इसके अलावा इलाहाबाद हाईकोर्ट ने भी एक फैसले में कहा था कि शादी के लिए धर्म परिवर्तन करना जरूरी नहीं है।
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