भोपाल। सीएम शिवराज सिंह चौहान आज दिल्ली से वापसी कर रहे हैं। मंगलवार शाम तक विभागों का बंटवारा किया जा सकता है। दो दिन की मंत्रणा के बाद अब यह तय हो गया है कि किस मंत्री को क्या विभाग दिया जाएगा।
शिवराज मंत्रिमंडल में वर्तमान में मंत्री नरोत्तम मिश्रा, अरविंद भदौरिया और गोपाल भार्गव, भूपेंद्र सिंह विजय शाह, मोहन यादव को महत्वपूर्ण विभाग दिए जा सकते हैं।
वहीं दूसरी ओर राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट के जरिए खुद को भाजपा के लिए समर्पित बताते हुए लिखा है कि अब भाजपा ही मेरा परिवार है। मैंने खुद को पूरे विश्वास के साथ भारतीय जनता पार्टी को सौंप दिया है।
दरअसल, विभागों के बंटवारे में देरी की सबसे बड़ी वजह ज्योतिरादित्य सिंधिया को माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि जहां ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने समर्थक पूर्व विधायकों को प्रमुख विभाग दिलाना चाहते हैं तो वहीं, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान चाहते हैं कि मुख्य विभाग उनके करीबी नेताओं के पास रहें।
वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इन सारे आरोपों को नकारते हुए एक ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने लिखा-चाहे मेरे पूज्य पिताजी हो या मैं, हमने कभी भी राजनीति में छल कपट का सहारा नहीं लिया, इसीलिए लोग हम पर अनर्गल आरोप लगाते है। मैंने खुद को पूरे विश्वास के साथ भारतीय जनता पार्टी को सौंप दिया है। अब यही मेरा परिवार है।
इन्हें मिल सकते हैं ये विभाग
वहीं विभागों के बंटवारे पर सलाह मशवरा करने के लिए सीएम शिवराज सिंह चौहान दो दिवसीय दौरे पर दिल्ली गए थे। बताया जा रहा है कि अब यह तय हो गया है कि किस मंत्री को क्या विभाग दिया जाएगा। इसमें सिंधिया और शिवराज गुट में तालमेल बैठाते हुए शिवराज मंत्रिमंडल में वर्तमान में मंत्री नरोत्तम मिश्रा, गोपाल भार्गव, भूपेंद्र सिंह विजय शाह, अरविंद भदौरिया और मोहन यादव को महत्वपूर्ण विभाग दिए जा सकते हैं।
नरोत्तम के पास गृह मंत्रालय रहने के साथ-साथ स्वास्थ्य को छोड़ कोई अन्य विभाग दिया जा सकता है। भूपेंद्र सिंह को वाणिज्य कर विभाग दिए जाने की चर्चा जोरों पर है। पिछले कई सालों से पंचायत एवं ग्रामीण विकास का अच्छा खासा अनुभव रखने वाले गोपाल भार्गव एक बार फिर इसी विभाग की जिम्मेदारी संभाल सकते हैं।
सिंधिया समर्थक मंत्रियों में गोविंद राजपूत के पास दो विभागों में से एक विभाग कम किया जा सकता है, वही इमरती देवी उनका पहले वाला पद महिला एवं बाल विकास विभाग की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। प्रभु राम चौधरी को स्वास्थ विभाग की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।
उम्मीद इस बात की भी है कि लोक निर्माण ,पीएचई और सिंचाई जैसे महत्वपूर्ण विभागों में कुछ विभाग सिंधिया समर्थकों के पास रहेंगे तो कुछ भाजपा के पुराने विधायक जो मंत्री बने हैं उनके पास रह सकते हैं।