बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद (Sonu Sood) कोरोना महामारी के दौरान लगे लॉकडाउन में फंसे मजदूरों और प्रवासियों के लिए एक मसीहा के रूप में सामने आये हैं। उन्होंने लॉकडाउन के समय में हजारों लोगो की मदद की थी। वह लगातार दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों की मदद कर रहे थे ताकि वे अपने घरों तक पहुंच सकें।
सोनू सूद अब एक बार फिर से चर्चा में हैं, क्योकिं हाल ही में भारतीय चुनाव आयोग(Election Commission of India) ने उन्हें पंजाब राज्य का स्टेट आइकॉन चुना है। सोनू ने पंजाब राज्य की तरफ से मिले इस सम्मान पर ख़ुशी जाहिर करते हुए कहा कि वह इससे सम्मानित महसूस कर रहे हैं।
एक बार फिर बने सोनू सूद मसीहा
सोनू सूद ने हाल ही में एक छह साल के बच्चे की मदद की, जो बच्चा छह महीने की उम्र से बीमार था। छह साल के हर्षवर्धन का अपोलो हॉस्पिटल में लीवर ट्रांसप्लांट कराया गया है। सोनू ने उस बच्चे के परिवार की मदद करने के साथ ही ऑपरेशन का सारा खर्चा भी उठाया। बच्चे के परिवार ने सोनू का आभार व्यक्त किया।
लॉकडाउन के दौरान सोनू ने मजदूरों के अलावा कई अन्य लोगों को फेस शील्ड, खाना, मोबाइल फोन और अन्य चीजें भी मुहैया कराई थी।
यह भी पढ़ें: टीम इंडिया को मिला अब नया स्पॉन्सर, जर्सी पर छपा होगा ये नाम
बता दें कि लॉकडाउन में किए कार्यों को लेकर सोनू सूद ने एक किताब भी लिखी है। कुछ दिनों पहले सोनू ने बताया था कि वह अपनी आत्मकथा लेकर आ रहे हैं। उनकी इस किताब का नाम ‘आई एम नो मसीहा’ है। यह दिसंबर में लॉन्च होगी। इस समय सोनू सूद फिल्म ‘पृथ्वीराज’ की शूटिंग में व्यस्त हैं। इस फिल्म में अक्षय कुमार और मानुषी छिल्लर मुख्य भूमिका में नजर आएंगे।