बिहार के हाजीपुर जिले में युवती को जिन्दा जलाने की घटना के मामले में पुलिस करीब 15 दिन बाद एक्शन में आई है। इस मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने अब पहली गिरफ्तारी की है। पुलिस ने इस जघन्य कृत्य को अंजाम देने वाले आरोपियों में से एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। बाकि अन्य दो आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। इस मामले में लापरवाही बरतने वाले एसएचओ को निलंबित कर दिया गया है। पकड़े गए आरोपी की पहचान चन्दन के रूप में की गई है।
युवती को जिन्दा जलाने वाला मुख्य आरोपी गिरफ्तार
दरअसल, बीते 30 अक्टूबर को देसरी थाने के रसूलपुर हबीब गांव में रहने वाली युवती गुलनाज खातून के साथ गांव के ही कुछ दबंगों दबंग युवकों ने पहले छेड़खानी की थी और इस छेड़खानी का विरोध करने पर आरोपियों ने केरोसीन का तेल डालकर युवती को जिन्दा जला दिया। इस घटना में 15 दिनों तक चले इलाज के बाद युवती की मौत हो गई थी।
इस मामले में जब युवती का शव उसके गांव पहुंचा तो गांव में मौजूद उसके परिजनों और कुछ अन्य लोगों ने जमकर हंगामा किया। हालांकि काफी समझाने-बुझाने के बाद उसके परिजन मां गए और शव का अंतिम संस्कार कर दिया। इस मामले में परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। उधर, पुलिस ने खुद पर लग रहे आरोपों पर सफाई भी दी है। पुलिस का कहना है कि इस पूरे मामले की जांच स्पेशल टीम कर रही है।
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वैशाली के एसपी मनीष ने बताया कि घटना 30 तारीख की है। 2 नवंबर को एफआईआर दर्ज कर लिया गया। इस मामले में तीन लोग नामजद हैं, जिसमें से मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। लड़की की PMCH में इलाज के दौरान मौत हो गई है। स्पेशल टीम बनाई गई है। साथ ही तकनीकी अनुसंधान भी जारी है।