बीते 10 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में राम जानकी मंदिर के पुजारी सम्राट दास पर हुए हमले के मामले में यूपी पुलिस ने ऐसा खुलासा किया है, जिसे सुनकर आप चौंक उठेंगे। दरअसल, इस मामले को सुलझाते हुए पुलिस ने खुलासा किया है कि पुजारी पर यह हमला उसने खुद करवाया था। इस झूठे हमले में वह अमर सिंह को फंसाना चाहता था। इस मामले में पुलिस ने आरोपी पुजारी सहित सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
गोंडा के एसपी शैलेष पांडेय ने कहा कि सम्राट दास को कंधे पर गोली लगी है और उसका इलाज अस्पताल में चल रहा है। अस्पताल से छुट्टी मिलते ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस ने सोनू सिंह, महंत सीताराम, और मुन्ना सिंह के पास से देसी तमंचा जब्त किया है। उन्होंने बताया कि गोंडा पुलिस ने शनिवार को इटियाथोक थाना क्षेत्र के अंतर्गत तिरेमनोरमा गांव के हरिद्वार सिंह बाग से मुन्ना सिंह, विपिन, नीरज सिंह, सोनू सिंह, महंत सीताराम, शिव शंकर सिंह और विनय कुमार को गिरफ्तार किया।
पुलिस ने बताया कि पुजारी पर गोली मुन्ना सिंह ने चलाई थी। इस हमले के बाद पुजारी ने आरोप लगाते हुए कहा था कि मंदिर में सोते वक्त अमर सिंह ने मुकेश सिंह, भयहरण सिंह और दरोगा सिंह के साथ मिलकर उस पर हमला किया था
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गोंडा एसपी ने कहा कि दोनों के बीच जमीन को लेकर विवाद था। अभियुक्त विनय कुमार यहां तक कि अमर सिंह के खिलाफ आगामी पंचायत चुनाव लड़ने की योजना बना रहा था। उन्होंने बताया कि इस प्रकार दोनों ने अमर सिंह को फंसाने की साजिश रची। पुलिस ने पुजारी के बयान के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की थी और उसी दिन दरोगा और भयहरण को गिरफ्तार किया था। अब, वे रिहा कर दिए जाएंगे।