पाकिस्तान के लाहौर शहर में 1200 पुराने हिंदू मंदिर को जीर्णोद्धार किया जाएगा. इस मंदिर पर अवैध कब्जा किया गया था जिसे खाली कराने के लिए लंबी लड़ाई लड़नी पड़ी. मुल्क में अल्पसंख्यकों के पूजास्थलों की निगरानी करने वाली संघीय संस्था इवैक्यूई ट्रस्ट प्रोपर्टी बोर्ड (ETPB) ने लाहौर के मशहूर अनारकली बाजार के पास स्थित वाल्मिकी मंदिर (Valmiki Temple Lahore) का कब्जा पिछले महीने ईसाई परिवार से लिया था.

मंदिर पर ईसाई परिवार का था कब्जा
लाहौर में कृष्ण मंदिर के अलावा वाल्मिकी मंदिर ही खुला रहता है. हिंदू धर्म अपना लेने का दावा करने वाला ईसाई परिवार पिछले दो दशकों से केवल वाल्मीकि जाति के हिंदुओं को मंदिर में पूजा करने दे रहा था. इस मामले में साल 2010-2011 में सिविल कोर्ट में केस दर्ज कराया गया. इस साल जुलाई की शुरुआत में कोर्ट ने मामले में सुनवाई करते हुए कहा कि ईटीपीबी संपत्ति का एकमात्र मालिक है. जिसके बाद बोर्ड ने अपना कब्जा वापस ले लिया.
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अब मास्टर प्लान के तहत होगा जीर्णोद्धार
ईटीपीबी के प्रवक्ता आमिर हाशमी ने बताया कि आने वाले दिनों में ‘मास्टर प्लान’ के तहत वाल्मीकि मंदिर का जीर्णोद्धार किया जाएगा. उन्होंने कहा, ‘100 से अधिक हिंदू, कुछ सिख और ईसाई नेता आज वाल्मीकि मंदिर में एकत्र हुए. हिंदुओं ने अपने धार्मिक अनुष्ठान किए और लंगर का आयोजन किया.’
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