कानपुर के चौबेपुर के बिकरू गांव में एक सीओ सहित आठ पुलिसकर्मियों की हत्या का मुख्य आरोपित विकास दुबे भले ही भागता फिर रहा है, लेकिन योगी आदित्यनाथ सरकार उसको लगातार आर्थिक चोट देती जा रही है। गांव की विशाल हवेली को जमींदोज करने के बाद सरकार की निगाह विकास दुबे के लखनऊ के आवास पर है। इस मकान के सारे कागज का परीक्षण चल रहा है। जरा सा भी कमी मिलने पर इस पर भी बुलडोजर चलाने की तैयारी है।
लखनऊ विकास प्राधिकरण की संयुक्त सचिव ऋतु सुहास ने बताया कि जिस चंद्रलोक कॉलोनी में विकास दुबे का मकान है, उस कालोनी का ले आउट 1990 में पास हुआ था। इस कालोनी में एलडीए नक्शे पास करता है। विकास दुबे के मकान पर फिलहाल अवैध निर्माण का अभी कोई नोटिस नहीं दिया गया। पहले इस बात की जांच होगी कि क्या विकास दुबे के घर का नक्शा पास है। अगर नहीं पास है तो ध्वस्तीकरण की कार्रवाई होगी। अगर नक्शा पास है तो फिर देखा जाएगा कि निर्माण में कितना विचलन है। उस हिसाब से कार्रवाई होगी। हम इसके हर कागज को देख रहे हैं, इसमें थोड़ा समय लगेगा।
मां ने कहा-विकास अपराधी, सरकार नष्ट करे उसकी संपत्ति
लखनऊ में रहने वाली विकास दुबे की मां सरला देवी ने कहा कि पुलिस या एलडीए विकास या किसी का भी घर गिराए हमको कोई परेशानी नहीं है। विकास तो अपराधी है, सरकार उसकी संपत्ति नष्ट करे। हम जिस घर में रह रहे हैं, वह छोटी बहू अंजली के नाम है। इसको न गिराए।
उत्तर प्रदेश पुलिस के एक सीओ सहित आठ पुलिसकर्मियों के बलिदान का हिसाब करने में योगी आदित्यनाथ सरकार ने मुख्य आरोपित विकास दुबे पर तगड़ा शिकंजा कस दिया है। भले ही विकास दुबे फरार है, लेकिन प्रदेश सरकार उसको बड़ी आर्थिक चोट देने के साथ उसके काले कारोबार को जड़ से खत्म करने में लगी है। इसी क्रम में सरकार लखनऊ में विकास दुबे के आवास पर बुलडोजर चलाने की तैयारी में है। कानपुर के बिठुर में गैंगस्टर विकास दुबे आवास को जेसीबी मशीन से ढहाने के बाद अब लखनऊ में बिकरू कांड के मुख्त आरोपित के लखनऊ के मकानों और अन्य संपत्ति की पड़ताल हो रही है।
लखनऊ विकास प्राधिकरण विकास दुबे के चंद्रलोक कॉलोनी के घर को ढहाने के लिए कमजोर नस पकड़ रहा है। अब एलडीए कृष्णानगर में विकास दुबे के दोनों घरों को गिराने की कार्रवाई कर सकता है। एलडीए की टीम उसके दोनों मकानों के आवंटन, खरीद व मानचित्र से जुड़े दस्तावेज की तलाश में जुटी है। माना जा रहा है कि विकास दुबे ने लखनऊ में अपनी पत्नी समेत कई रिश्तेदारों के नाम पर जमीनें खरीद कर मकान बनाए हैं। इसकी पड़ताल के लिए एलडीए के सचिव मंगला प्रसाद के अलावा चीफ टाउन प्लानर नितिन मित्तल समेत प्रवर्तन और मानचित्र सेल के कई अधिकारी और कर्मचारी देर रात तक छानबीन करते रहे। लखनऊ में विकास दुबे के मकान गिराने के लिए एलडीए के प्रवर्तन विभाग के इंजीनियरों की टीम ने मकान का निरीक्षण किया। विकास दुबे के इंद्रलोक कॉलोनी में मकान का नंबर जे -424 तथा उसके भाई दीप प्रकाश दुबे के मकान का नंबर के-528 है। सरकार की तरफ से अब विकास दुबे की सारी प्रॉपर्टी को अटैच करने की तैयारी भी चल रही है। उसके सारे बैंक अकाउंट्स को सीज किया गया है।
लखनऊ के कृष्णानगर कोतवाली क्षेत्र के चंद्रलोक कॉलोनी में विकास दुबे के दो मकान हैं। एक में उसका छोटा भाई दीप प्रकाश दुबे अपनी मां तथा पत्नी के साथ रहता है। बिकरू कांड के बाद उसी रात से भाई दीप प्रकाश दुबे भी गायब फरार है। उसकी पत्नी गांव की प्रधान है। दीप प्रकाश की पत्नी को भी पुलिस ने शुक्रवार को हिरासत में लिया था।