उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 2025 में होने वाले महाकुंभ की तैयारियों में सरकार अभी से जुट गई है। महाकुंभ-2025 की तैयारियों के तहत राज्य के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा की अध्यक्षता वाली समिति ने 1,493.91 करोड़ रुपये की 51 परियोजनाओं को सैद्धांतिक मंजूरी दी है। अधिकारियों का दावा है कि 333 करोड़ रुपये की परियोजनाओं पर प्राथमिकता के आधार पर काम शुरू किया जाएगा और इसके लिए जनवरी में ही निविदाएं जारी कर दी जाएंगी। इसके अलावा, हर महीने शीर्ष समिति द्वारा कार्यों पर चर्चा और अनुमोदन किया जाएगा।
कई परियोजनाओं को सरकार ने दी हरी झंडी
जिन परियोजनाओं को मुख्य सचिव ने हरी झंडी दी है उनमें उत्तर प्रदेश सेतु निगम के प्रयागराज में पांच रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी), लोक निर्माण विभाग की 14 सड़कें, जल निगम की 17 परियोजनाएं, यूपी पावर कॉरपोरेशन की 12 परियोजनाएं और जीर्णोद्धार शामिल हैं. पर्यटन विभाग द्वारा नागवासुकी मंदिर के राज्य बाढ़ नियंत्रण विभाग द्वारा बनाए जाने वाले छह स्नान घाट भी सूची में हैं।
महाकुंभ को लेकर सरकार ने शुरू की तैयारी
राज्य सरकार के एक निर्णय के अनुसार, महाकुंभ-2025 सुरक्षित और स्वच्छ कुंभ के नारे का पालन करेगा। प्रयागराज में पांच आरओबी आईईआरटी, अंदावा कनिहार, नैनी में यूनाइटेड कॉलेज, पड़िला और गोहरी शांतिपुरम में गुमटी नंबर 40 के पास रेलवे क्रॉसिंग पर बनेंगे। इनका निर्माण ₹675 करोड़ में होने का अनुमान है और इसका उद्देश्य कुंभ-2019 के दौरान होने वाली ट्रैफिक जाम को कम करना है।
मुख्य सचिव ने अधिकारियों के साथ ली बैठक
बैठक में प्रयागराज मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत और प्रयागराज मेला प्राधिकरण के सीईओ अरविंद सिंह चौहान भी मौजूद थे। अधिकारियों ने बताया कि बैठक में निर्णय लिया गया है कि कुंभ कार्यों की एक क्रमबद्ध सूची तैयार की जाएगी। भविष्य की बैठकों में नए कार्यों को शामिल किया जाएगा। मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हर माह शीर्ष समिति की बैठक होगी, जिसमें इन सिलसिलेवार कार्यों को मंजूरी दी जाएगी।
बुनियादी सुविधाओं को लेकर हुई चर्चा
भविष्य की बैठकों में जिन परियोजनाओं पर चर्चा की जाएगी उनमें भारद्वाज आश्रम, कुंभ संग्रहालय, कर्जन ब्रिज संग्रहालय और द्वादश माधव मंदिर सर्किट का विकास शामिल है। वर्तमान में, नैनी में प्रस्तावित रिवरफ्रंट योजना पर एक सर्वेक्षण चल रहा है। इस मामले पर अगली बैठक में चर्चा की जाएगी। अगली बैठक में एमएलएन मेडिकल कॉलेज के विस्तार और प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) और नगर निगम के सड़क कार्यों पर भी चर्चा हो सकती है।
NHAI के प्रोजेक्ट पर सरकार की नजर
मुख्य सचिव ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) को प्रयागराज को अन्य जिलों से जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्गों को चौड़ा करने और मरम्मत करने का भी निर्देश दिया है। इसी तरह बिजली विभाग के दो बिजलीघरों को भी मंजूरी दी गई है। झूंसी में ट्रांसमिशन पावर हाउस और बेली गांव के पास डिस्ट्रीब्यूशन पावर हाउस बनाया जाएगा।
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कई जगहों का होगा जीर्णोद्धार
कुंभ मेले से पहले नागवासुकी मंदिर को आश्रम में तब्दील किया जाएगा। इसके लिए छह करोड़ रुपये की लागत से कार्य स्वीकृत किया गया है। महाकुंभ-2025 से पूर्व दशाश्वमेध घाट, रामघाट, अरैल घाट, झूंसी व फाफामऊ में पक्के घाटों का निर्माण किया जाना निर्धारित है। इसके लिए मुख्य सचिव ने स्वीकृति दे दी है।