गाजियाबाद. पश्चिमी उत्तर प्रदेश (West UP) में पहले चरण में होने वाले चुनाव के लिए पार्टियां अपने अपने उम्मीदवार (Candidates) घोषित कर रही हैं. आरएलडी-सपा (RLD-SP), बसपा (BSP), भाजपा (BJP)और कांग्रेस (Congress) ने पहले ही उम्मीदवार घोषित कर दिए थे,आप ने भी उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है. उम्मीदवारों को लेकर सपा-आरएलडी और बसपा ने मुस्लिम कार्ड खेला है, हालांकि आरएलडी और सपा दोनों ने अभी 29 सीटों के लिए उम्मीदवार घोषित किए हैं. कांग्रेस ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में इने गिने मुस्लिमों टिकट दिया है, जबकि आम आदमी पार्टी ने यहां पर मुस्लिम उम्मीदवारों टिकट नहीं दिया है. ओवैसी की पार्टी ने मुस्लिम वोट बंटवारे के लिए उम्मीदवार उतार दिए हैं.
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 11 जिलों की 58 सीटों पर पहले चरण में यानी 10 फरवरी को चुनाव होना है. इनमें गाजियाबाद के अलावा शामली, मेरठ, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, मथुरा, आगरा और अलीगढ़ जिले शामिल है, यहां पर 9 सीटें सुरक्षित है. इन सीटों पर नामांकन शुरू हो चुका है.
आरएलडी का मुख्य वोट बैंक पश्चिमी उत्तर प्रदेश में है और उसका सपा के साथ गठबंधन है, दोनों पार्टियों ने अभी तक यहां पर 29 सीटों पर उम्मीदवार घोषित किए हैं, इन 29 उम्मीदवारों में 9 मुस्लिम हैं, यानी करीब 29 फीसदी मुस्लिम उम्मीदवार हैं. वहीं, बसपा ने अभी तक पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लिए 53 उम्मीदवार तय किए हैं, इसमें 14 मुस्लिम हैं यानी करीब 24 फीसदी मुस्लिम उम्मीदवार हैं. आप ने भी अपनी सूची कर दी है, इस सूची में पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एक भी मुस्लिम को टिकट नहीं दिया है. अगर कांग्रेस द्वारा जारी सूची की बात की जाए तो इस क्षेत्र में मुस्लिम उम्मीदवार की संख्या बहुत ही कम है.
इससे तय होता है कि बसपा और आरएलडी-सपा ने मुस्लिम कार्ड खेला है. वहीं, इस बार हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी आल इंडिया मजलिस-इ-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM ) भी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में किस्मत आजमा रही है. ओवैसी ने पश्चिमी यूपी के लिए 9 उम्मीदवारों की अपनी पहली लिस्ट जारी कर दी है, जिसमें सभी मुस्लिम हैं.