विश्व हिंदू परिषद देश के डेढ़ लाख गांव तक पहुंच कर एक करोड़ से अधिक हिन्दुओं को हितचिंतक बनायेगी। पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र मे 15 दिन मे 15 लाख हितचिंतक बनाये जायेंगे। विशेष वर्ग के लोगों को हितचिंतक बनाने के लिये भी अभियान चलाया जाएगा। यह बाते विश्व हिन्दू परिषद पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के क्षेत्र संगठन मंत्री गजेंद्र सिंह ने कही। वह गोमतीनगर सीएमएस में विश्व हिन्दू परिषद द्वारा आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
गजेंद्र सिंह ने कहा कि हित चिंतक हिंदू हितों की चिंता करने वाला होगा। यह सदस्यता नहीं है। हित चिंतक बनने से जिम्मेदारी बढ़ जाती है। यहां काम करना है देश धर्म व संस्कृति के उत्थान के लिये।
गजेंद्र जी ने कहाकि विहिप की स्थापना 1964 में हुई थी। आजादी के बाद देश की सत्ता ऐसे हाथों में चली गई जिनका अपना कोई धर्म नहीं था। जिसने भारतीय संस्कृति को समाप्त करने का कार्य किया। देश के साधु संतों, समाज को चिंता होने लगी की अब क्या होगा, सनातन संस्कृति बचेगी या नहीं। जिसके बाद सभी से विचार करके सनातन संस्कृति को बचाने के लिए वर्ष 1964 में जन्माष्टमी के दिन विहिप की स्थापना हुई।
उन्होंने कहा समाज के हर क्षेत्र में विहिप कार्य कर रही है। साढ़े आठ लाख से अधिक लोगो की घर वापसी करवा चुके हैं। पूरे देश में लगभग 25 लाख गायों को बचा चुके है। आज विदेशों में भी भव्य मंदिर बन रहे है जो बड़ा परिवर्तन है।
विश्व हिंदू परिषद अवध प्रांत के प्रांत संगठन मंत्री राजेश ने कहा कि देशभर में 6 नवंबर से चिंतक अभियान चल रहा है। यह अभियान प्रत्येक विषय वर्ष होता है। इस अभियान के तहत हम ज्यादा से ज्यादा हिंदुओं को जोड़ जोड़ेंगे। उन्होंने कहा विश्व हिंदू परिषद हिंदू समाज हिंदू धर्म और हिंदू संस्कृति के संरक्षण का कार्य अपने स्थापना काल से करता आ रहा है।
कार्यक्रम का संचालन विश्व हिंदू परिषद पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र विधि प्रकोष्ठ के क्षेत्र संयोजक बृजेंद्र सिंह ने किया।