कल विश्व जनसंख्या दिवस के मौके पर योगी आदित्यनाथ ने नई जनसंख्या नीति का विमोचन किया था। भारतीय जनता पार्टी की सहायक कही जाने वाली विश्व हिंदू परिषद ने ही इस नीति के कुछ नियमों पर सवाल खड़े किए हैं। विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने नई जनसंख्या नीति पर यूपी लॉ कमीशन को एक चिट्ठी भी लिखी है। उन्होंने कहा है कि सरकार को एक बार फिर से नई जनसंख्या नीति के बारे में सोचना पड़ेगा। उनका कहना है कि एक दंपत्ति में 2 बच्चों तक की नीति जनसंख्या नियंत्रण के हिसाब से तो सही है लेकिन एक बच्चे की नीति कई नकारात्मक परिणाम देने वाली हो सकती है।
विश्व हिंदू परिषद द्वारा नई जनसंख्या नीति पर सवाल उठाते हुए कहा गया है कि पब्लिक सर्वेंट या अन्य लोगों के लिए एक बच्चा होने पर इंसेंटिव देना ही होगा। वरना देश भर में इसके नकारात्मक प्रभाव देखने को मिल सकते हैं। उन्होंने साफ कहा है कि वे जनसंख्या नीति के विरोध में नहीं हैं। लेकिन वे 2 बच्चे पैदा करने की नीति का समर्थन करते हैं।
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इस नियम से है VHP को परेशानी
विश्व हिंदू परिषद ने नई जनसंख्या नीति के इस नियम पर आपत्ति जताई है। इसमें कहां गया है कि यदि कोई व्यक्ति अपनी इच्छा से नसबंदी करवाएं या फिर एक ही बच्चे को जन्म दे तो उस व्यक्ति को सरकार की ओर से इंसेंटिव दिया जाएगा। इस नियम में कहा गया है कि ऐसे व्यक्तियों को सरकार की ओर से कई सुविधाएं दी जाएंगी। सुविधाओं में टैक्स में छूट और सरकारी योजनाओं का लाभ शामिल है योजनाओं का लाभ शामिल है।