सहारनपुर जेल में बंद देहरादून में हुए रजिस्ट्री फर्जीवाड़े के मास्टरमाइंड केपी सिंह की आज 19 अक्टूबर यानी गुरुवार को मौत हो गई। जेल प्रशासन ने मौत को सामान्य बताया है। सुबह केपी की तबीयत बिगड़ने पर पहले उसे जेल के चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। वहां से उसे SBD जिला अस्पताल रेफर किया गया। जहां उसकी मौत हो गई।
आपको बता दें कि पिछले दिनों पुलिस केपी सिंह को बी वारंट पर देहरादून लेकर आई थी। इसके बाद उसे वापस सहारनपुर जेल भेज दिया गा था। केपी सिंह कई बड़ी जमीनों के फर्जीवाड़े में शामिल रहा है। उसका गठजोड़ फर्जीवाड़े में शामिल देहरादून के वकील कमल वीरमानी से था।
जानकारी के मुताबिक, केपी सिंह की अचानक हुई इस रहस्यमयी मौत से विभिन्न प्रकार के कई सारे सवाल खड़े हुए हैं। इससे पहले इस मामले से जुड़े 3 लोगों की मौत पर पुलिस पहले ही संदेह जता चुकी है। इससे पहले तीन बाइंडर की बीते 4 सालों में मौत हुई है। 2 की शराब पीने और एक का एक्सीडेंट हुआ था। पुलिस ने जब इन मौतों का कारण जानने के लिए जांच की तो पता चला कि तीनों में से किसी का भी पोस्टमार्टम नहीं कराया गया था। अब केपी सिंह की जेल में हुई मौत को सामान्य बताया जा रहा है।
यह किसी रंजिश का हिस्सा तो नहीं है इसके सवाल पुलिस को ढूंढना चुनौती से कम नहीं है। इस मामले में अब तक पुलिस 17 लोगों की गिरफ्तार कर चुकी है। इनमे से केपी सिंह भी एक था। पिछले दिनों जब केपी सिंह की देहरादून पुलिस ने तलाश शुरू की थी तो वह नाटकीय ढंग से पुराने मामले में जमानत तुड़वाकर जेल चला गया था। केपी के खिलाफ सहारनपुर में भी FIR दर्ज था। जबकि वह देहरादून के दो मुकदमों में नामजद था।