उत्तराखंड में बारिश से आई आपदा के कारण राज्य के नौ जिलों में अबतक 54 लोगों की मौत हो गई है। आपदा में 19 लोग घायल हुए और पांच अन्य लापता बताए जा रहे हैं। अब तक कुल 46 मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं। राज्य के आपदा प्रभावित जिलों में राहत कार्य जारी है।
नेचुरल डिजास्टर इंसीडेंट की गुरुवार सुबह जारी रिपोर्ट के मुताबिक राज्य के नौ जिलों में तीन दिनों में अबतक कुल 54 लोगों की जान गई है। आपदा में 19 अक्टूबर को नैनीताल जिले में कुल 28 लोगों की मौत हुई। वहां दो घायल और पांच लोग लापता हैं। इनमें कैंची धाम में 02, काराबी में 02, टोटापानी धारी में चौखुटा में 05 लोगों की मौत हुई है। इन क्षेत्रों में पांच लोग लापता हैं। तल्ला रामगढ़ में 09, गिरकोट में 02, मेहरगांव में 01, छोपरा गांव में 01 और थलेडी में 06 लोगों की मौत हुई है। दो मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं।
अल्मोड़ा जिले में कुल 06 लोगों की मौत हो गई, जबिक दो लोग घायल हुए हैं। हादसे में चार मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं। इनमें भिकियासैण रैपाड में 03 की मौत, अल्मोड़ा हिराडूंगी, सिराडी, स्यालडे में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। इन स्थानों पर कुल 40 मकानों को नुकसान पहुंचा है। चंपावत जिले में 08 लोगों की मौत हुई जबकि चार घायल हैं। यहां एक आवास पूरी तरह नष्ट हो गया है। उधमसिंह नगर जिले के बाजपुर और रुद्रपुर में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है और तीन घायल हैं। चमोली में चार घायल हुए हैं और एक मकान क्षतिग्रस्त हुआ है। बागेश्वर में एक व्यक्ति की मौत हुई है। उधमसिंह नगर में दो लोगों की मौत हुई है और तीन लोग घायल हैं। यहां एक मकान नष्ट हुआ है।
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राज्य में 18 अक्टूबर को कुल 08 लोगों की मौत हुई, जबकि 04 लोग घायल हो गए थे। इनमें पौड़ी में 03,चंपावत में 02 और पिथौरागढ़ में 03 लोगों की मौत शामिल है। इसके पूर्व 17 अक्टूबर को चंपावत जिले में एक व्यक्ति की मौत हुई है।