उप्र: पुलिस ने इत्र कारोबारी पीयूष जैन को कोर्ट में पेश किया

काली कमाई के किंग बने पीयूष जैन के घर से अब तक 284 करोड़ रुपये की नकदी मिल चुकी है और अभी भी नोटों की गिनती जारी है। वहीं पुलिस ने सोमवार को पीयूष जैन का मेडिकल कराते हुए मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट (प्रथम) की कोर्ट में पेश करते हुए रिमांड मांगी है। कोर्ट में सुनवाई अभी जारी है।

जीएसटी इंटेलिजेंस महानिदेशालय (डीजीजीआई) की टीम ने रविवार की रात को इत्र कारोबारी पीयूष जैन को गिरफ्तार किया था। हालांकि उसे शुक्रवार तड़के ही हिरासत में लेकर कानपुर के सर्वोदय नगर स्थित जीएसटी कार्यालय में रखा गया था। गिरफ्तारी के बाद उसे रातभर कानपुर के काकादेव थाने में रखा गया। उसका सोमवार को मेडिकल कराने के बाद मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट (प्रथम) की कोर्ट में पेश करते हुए रिमांड मांगी गई। इससे पहले रातभर उसको काकादेव थाने में सर्द रात में जमीन पर लेटकर करवटें बदलते देखा गया।

जीएसटी इंटेलिजेंस टीम ने सोमवार को इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि इत्र कारोबारी पीयूष जैन के कानपुर एवं कन्नौज आवास और ठिकानों में छापेमारी की गई। इस कार्रवाई में लगभग 284 करोड़ की नकदी, जेवरात आदि बरामद होने के बाद रविवार देर रात उसे गिरफ्तार कर लिया गया था। पीयूष के कन्नौज स्थित घर में अभी भी सर्च अभियान चल रहा है। केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) के इतिहास में सबसे बड़ी बरामदगी होने के बाद पीयूष जैन राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में है।

आरबीआई और एसबीआई के अफसर पहुंचे घर

इत्र की नगरी कन्नौज के निवासी इत्र कारोबारी पीयूष जैन के कानपुर के आवास के बाद कन्नौज में भी नोटों की गड्डियां मिल रही हैं। बुधवार से जीएसटी इंटेलिजेंस की कार्रवाई अभी जारी है। सोमवार को कन्नौज में उसके घर पर नोट की गिनती जारी है। इसके लिए आरबीआई के साथ स्टेट बैंक के अफसरों की भी टीम आ गई है, जबकि नोट गिनने की तीन बड़ी और दो छोटी मशीनों को बढ़ा दिया गया है। छापेमारी की कार्रवाई पूरी होने पर आयकर विभाग भी अपनी जांच का दायरा बढ़ाएगा। सूत्रों की मानें तो इस जांच में और भी कई नाम सामने आ सकते हैं। अभी और धनराशि मिलने की आशंका पर टीमें उनके कन्नौज स्थित आवास पर जांच कर रही हैं। देर रात पीयूष जैन के फॉर्म हाउस में भी पड़ताल की गई। सोमवार सुबह एसबीआई के अफसर भी यहां पहुंचे और उनके साथ नोट गिनने वाली मशीन भी थी। माना जा रहा है कि आज देर शाम तक जांच की कार्रवाई पूरी हो सकती है।

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नंबर दो के पैसे से खरीदता था संपत्तियां

पीयूष जैन की कानपुर एवं कन्नौज के अलावा आधा दर्जन से अधिक संपत्तियां दूसरे राज्यों में हैं। यह संपत्तियां मुंबई से लेकर गुजरात तक में हैं। माना जा रहा है कि जीएसटी इंटेलिजेंस और आयकर अधिकारी इन संपत्तियों की भी जांच जल्द शुरू कर सकते हैं। पीयूष जैन के कानपुर में ही चार मकान हैं। कन्नौज में पैतृक संपत्ति है। उसको करीब से जानने वालों के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में ही आगरा, प्रयागराज और गौतमबुद्ध नगर में पीयूष की संपत्तियां हैं। मुंबई और गुजरात में भी उसकी संपत्तियां हैं। पीयूष ने अपनी नंबर दो की आय को संपत्तियां खरीदने में ही लगाया है।