ढूंढ़े जाएंगे स्वतंत्रता संग्राम के गुमनाम नायक और स्थान, समिति गठित

भारत सरकार ने स्वतंत्रता संग्राम के गुनाम नायकों, घटनाओं, जनश्रुतियों को ढूंढ़ने के लिए प्रत्येक जिले में अभियान शुरू किया है। इसके लिए प्रत्येक जनपद में समिति का गठन किया गया है।

अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व पंकज वर्मा ने बताया कि संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव के पर प्रत्येक जनपद में स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ी घटनाओं, जनश्रुतियों एवं गुमनाम नायकों के बारे में सूचना संकलित कर डिस्ट्रिक्ट डिजिटल रिपोजिटरी (डीडीआर) तैयार करने की योजना बनाई गई है। जनपद मेरठ का डिस्ट्रिक्ट डिजिटल रिपोजिटरी तैयार करने के लिए 08 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है।

इस समिति में चौधरी चरण सिंह विवि के विभागाध्यक्ष प्रो. विघ्नेश त्यागी, आंग्न अभिलेखागार कक्ष एवं जूडिशियल अभिलेखागार कक्ष की प्रभारी अधिकारी डॉ. आराधना सिंह, अधीक्षण पुरातत्वविद भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी, अध्यक्ष राजकीय स्वतंत्रता संग्राम संग्रहालय तथा जिला सूचना अधिकारी शामिल है।

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उन्होंने बताया कि स्वतंत्रता संग्राम के गुमनाम स्थानों, योद्धाओं और क्षेत्रों में बारे में 500 शब्दों का लेख लिखकर भेजना होगा। गौरतलब है कि 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की चिंगारी मेरठ की क्रांतिधरा से फूटी थी। इसमें हजारों-लाखों क्रांतिकारियों ने अंग्रेजों को देश से भगाने के लिए भाग लिया। अनेक क्रांतिकारी गुमनाम रह गए। ऐसे में केंद्र सरकार की यह पहल बहुत बड़ी है।