सोनभद्र जिले में कोना पुलिस ने नकली भारतीय मुद्रा छापने में शामिल दो लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने नकली नोट छापने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला प्रिंटर, एक लैपटॉप और 500 रुपये के 10,000 रुपये के नकली नोट भी जब्त किए हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, कोना थाने के पुलिसकर्मी 7 नवंबर की रात को रामगढ़ गांव में एक बैंक के पास छठ पूजा शांति व्यवस्था के लिए ड्यूटी पर थे। तभी उन्हें सूचना मिली कि इलाके में नकली नोट चलाने वाले गिरोह के दो सदस्य बिना नंबर की कार में तेलगुड़वा की ओर जा रहे हैं।
मिनरल वाटर का विज्ञापन छापने का काम करते थे आरोपी
इस सूचना पर कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम ने कार का पीछा किया और जब दोनों व्यक्ति रामगढ़ बाजार में एक दुकान पर सामान खरीदने के लिए रुके, तो पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। तलाशी लेने पर पुलिस को 500 के 20 नकली नोट मिले, जिनकी कुल कीमत 10,000 रुपये थी। इन सभी पर एक ही सीरियल नंबर 6AQ 938124 लिखा था और उन पर भारतीय रिजर्व बैंक लिखा हुआ था। इसके अलावा, कार से नोट छापने वाला प्रिंटर, एक लैपटॉप और 27 दस रुपये के स्टांप बरामद किए गए।
गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान सोनभद्र जिले के रॉबर्ट्सगंज थाना क्षेत्र के चुर्क बाजार के वार्ड-04 निवासी प्रमोद मिश्रा और मिर्जापुर जिले के कोतवाली चुनार थाना क्षेत्र के पचौरा के नौगढ़ा निवासी सतीश राय के रूप में हुई है।
पूछताछ में गिरफ्तार लोगों ने बताया कि वे लोग मिलकर मिनरल वाटर का विज्ञापन छापने का काम करते थे। इसी दौरान उन्हें यूट्यूब से नकली नोट छापने का आइडिया आया और उन्होंने लैपटॉप और प्रिंटर की मदद से असली 500 के नोटों को स्कैन करके स्टांप पेपर पर नकली नोट छापना शुरू कर दिया। अब तक उन्होंने कुल 30 हजार रुपये बाजार में चलाए हैं।
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सोनभद्र के एएसपी (मुख्यालय) कालू सिंह ने बताया कि इस बरामदगी और गिरफ्तारी के संबंध में कोना थाने में धारा 178, 179, 180, 181 बीएनएस के तहत मुकदमा दर्ज कर आगे की कानूनी कार्यवाही की जा रही है।