दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में शुक्रवार को हुई जितेंद्र गोगी की हत्या से महज आधा घंटा पहले उसके दुश्मन सुनील मान उर्फ टिल्लू को भी इसी कोर्ट में पेश किया गया था। कोर्ट संख्या 207 में करीब 12:30 बजे टिल्लू को पेश किया गया था। हत्या के एक मामले में उसकी पेशी हुई थी। उस पेशी के दौरान भी स्पेशल सेल की टीम हथियार के साथ वहां पर मौजूद थी। सुनील को पेशी के बाद वापस ले जाया गया था। इसके कुछ देर बाद दोपहर लगभग 1:15 बजे गोगी को अदालत में पेश किया गया, जहां उसकी हत्या कर दी गई।
टिल्लू के इशारे पर हुई जितेंद्र की हत्या
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अलीपुर में दर्ज हत्या के मामले में शुक्रवार को टिल्लू और जितेंद्र की पेशी होनी थी। दोनों एक दूसरे के जानी दुश्मन हैं। इसलिए उन्हें अलग-अलग करके कोर्ट में पेश किया गया था। सबसे पहले दोपहर के समय यहां पर सुनील मान उर्फ टिल्लू को पेश किया गया और पेशी के बाद उसे लॉकअप में ले जाया गया। इसके बाद दोपहर 1:15 बजे गोगी को कोर्ट में लाया गया, जहां दो युवकों ने उस पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई। इन पर बाद में काउंटर इंटेलिजेंस की टीम ने गोली चलाई।
इन हमलावरों की पहचान बागपत निवासी राहुल और बक्करवाला निवासी मॉरिस के रूप में की गई है। बागपत में हुई यूविन हत्या केस में पुलिस को राहुल की तलाश थी। वहीं मॉरिस की तलाश बहादुरगढ़ में हुई गुल्लर प्रधान की हत्या में चल रही थी। यह दोनों बदमाश टिल्लू गैंग से जुड़े हुए थे। इसलिए यह माना जा रहा है कि उसके इशारे पर ही इस हत्या को अंजाम दिया गया।
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प्राथमिक जांच में पुलिस को पता चला है कि इस घटना में पांच से छह गोलियां जितेंद्र गोगी को लगी हैं। स्पेशल सेल की तरफ से आठ गोलियां यहां पर चलाई गई हैं जिनमें से हवलदार कुलदीप की तरफ से दो गोलियां, हवलदार संदीप की तरफ से चार गोलियां और सिपाही रोहित की तरफ से दो गोली चलाई गई हैं। इस घटना के समय तीसरी बटालियन की टीम भी मौजूद थी और उन्होंने भी एके-47 से इन हमलावरों पर हमला किया।