उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना काल में केंद्र सरकार ने पूरे देश में जीवन और जीविका को बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। कोरोना वैक्सीन को लेकर किया गया दुष्प्रचार बेकार साबित हुआ है। कोरोना वैक्सीन ने ही देश को तीसरी लहर से बचाया है। जल्दी ही उप्र में सभी पात्रों को वैक्सीन की पहली डोज दी जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को मेरठ में एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज के सुपर स्पेशिलिटी ब्लॉक का निरीक्षण किया और कोरोना उपचार की तैयारियों को परखा। इस दौरान उन्होंने डॉक्टरों से बात की। इसके बाद मीडिया ब्रीफिंग में मुख्यमंत्री ने कहा कि मोदी सरकार के सहयोग से समय से किए गए इंतजाम ने कोरोना महामारी से बचाव में बहुत प्रभावी रहे हैं। दुनिया में बड़ी—बड़ी ताकतें इस महामारी के सामने थक चुकी है। लेकिन भारत का कोविड प्रबंधन दुनिया में सराहा गया।
उन्होंने कहा कि देश के सबसे बड़ी आबादी उप्र में भी कोविड प्रबंधन का कार्य भारत सरकार के साथ मिलकर प्रभावी तरीके से आगे बढ़ाया। इसकी सभी जगह सराहना हुई। कोरोना के दौरान उप्र के पास सबसे बड़ा चैलेंज सबसे बड़ी आबादी थी। घर लौटे प्रवासी मजदूरों को उनके घरों तक सुरक्षित पहुंचाया और पुनर्वास किया। दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी भी हुई। भारत सरकार के सहयोग से उप्र ऑक्सीजन में आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को प्राप्त कर चुका है। हर जिले में पर्याप्त ऑक्सीजन प्लांट लग चुके हैं। 551 प्लांट पूरे प्रदेश में लगाए गए। मेरठ में 29 ऑक्सीजन प्लांट लग चुके हैं, इनमें से 28 क्रियाशील है। वैक्सीनेशन प्रभावी है। उप्र में 25 करोड़ 53 लाख वैक्सीन की पहली डोज दी गई है। डबल डोज देने का काम तेजी से चल रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वैक्सीन के बारे में शुरूआती समय में गुमराह करने का प्रयास हुआ। कुछ लोगों द्वारा भ्रांति पैदा करने का प्रयास हुआ। कभी मोदी वैक्सीन तो कभी बीजेपी वैक्सीन बताया गया। जबकि इसके परिणाम ने तीसरी लहर की आशंका को पूरी तरह से निर्मूल साबित किया है। दूसरी लहर की उत्तेजना, मारामारी, अस्पताल में बैड आरक्षित करने की सक्रियता अब नहीं दिख रही। अब 01 से डेढ़ प्रतिशत ही लोग अस्पताल में आए हैं। शेष होम आइसोलेशन में है। एकीकृत कोविड कंट्रोल सेंटर की सहायता से अपना इलाज करवा रहे हैं। नि:शुल्क वैक्सीन दी जा रही है। गरीबों को महीने में दो बार राशन दिया जा रहा है। उप्र में 15 करोड़ लोग राशन ले रहे हैं। 10 दिन में सभी पात्रों को पहली डोज उपलब्ध कराने का लक्ष्य है। 75 प्रतिशत बचाव का रास्ता वैक्सीन से निकलता है। डबल डोज का कवर से सुरक्षा कवच मिलता है। इससे बहुत कम लोग संक्रमण की चपेट में आए हैं। 10 दिन में तीसरी लहर पूरी तरह से नियंत्रित करके सामान्य स्थिति बहाल हो सके।
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उन्होंने कहा कि तीसरी लहर के दौरान उप्र में सामान्य जनजीवन को चलने दिया गया है। बच्चों को संक्रमण से बचाने को स्कूल-कॉलेज बंद किए गए हैं। जल्दी ही वे खुलेंगे। भारत सरकार के मार्गदर्शन में कोविड प्रबंधन के इस कार्यक्रम को मजबूती के साथ आगे बढ़ाएंगे। 43 लाख कोविड वैक्सीन की डोज दी गई है। संकोच करने वालों को इसके बारे में बताया जाना चाहिए।